कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक जटिल विषय है, जिसमें विभिन्न तकनीकों का एकीकरण शामिल है। समय के साथ कृत्रिमता (sophistication) और बुद्धिमत्ता की क्रमागत उन्नति हुई, जिसके साथ कृत्रिम बुद्धिमत्ता का भी विकास हुआ। इस प्रक्रिया में कृत्रिम बुद्धिमत्ता, मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग और रोबोटिक्स जैसे विभिन्न तकनीकी शब्द उत्पन्न हुए।
ये अक्सर अतिव्यापी और भ्रमित करने वाले तकनीकी शब्द हैं; क्योंकि ये बड़े पैमाने पर परस्पर जुड़े और एक-दूसरे से मिले हुए हैं। एआई पारिस्थितिकी तंत्र को समझने के लिए अलगाव एवं स्पष्टता आवश्यक है और इसके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में असंख्य अनुप्रयोग हैं।
मशीन लर्निंग
मशीन लर्निंग कृत्रिम बुद्धिमत्ता का एक हिस्सा है। ज्यादातर लोग इसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता मानते हैं, लेकिन यह सच नहीं है। मशीनें सीख सकती हैं। रोबोट प्रदान किए गए डेटा से खुद सीखते हैं। यह एक तकनीक है, जो हमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता की उपस्थिति का एहसास कराती है।
डीप लर्निंग
मशीन लर्निंग का कार्यान्वयन डीप लर्निंग है। यह मशीन लर्निंग, या कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपवर्ग है, जो मशीनों की कार्य क्षमता का कारण है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता बनाम रोबोटिक्स
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रोबोटिक्स और एआई का समावेशन
एआई और रोबोटिक्स के बीच सीमांकन रेखा की अस्पष्टता के कारण लोग रोबोटिक्स और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के बीच के अंतर में भ्रमित होते हैं, क्योंकि कृत्रिम बुद्धिमत्तायुक्त रोबोट हैं, अर्थात ऐसे रोबोट जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता द्वारा नियंत्रित होते हैं।