1 अप्रैल, 1995 को अंतरराष्ट्रीय विकास प्राधिकरण (प्।।प्) और राष्ट्रीय हवाईअड्डा प्राधिकरण (NAA) का विलय करके भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) का गठन किया गया था, जिसका उद्देश्य एकीकृत विकास, विस्तार और परिचालन के आधुनिकीकरण में तेजी लाना, देश में हवाई अड्डों पर टर्मिनल और कार्गो सुविधाएं अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप करना है। इसके कार्यों में निम्नलिखित को शामिलकिया गया है-