रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने पहले ही वार में लक्ष्य पर निशाना साधने की उच्च प्रायिकता वाले हवा से हवा में मार करने वाले दृश्य सीमा से परे प्रक्षेपास्त्र ‘अस्त्र’ का विकास किया है, जिससे हवा में पैतरेंबाजी कर उड़ते सुपरसोनिक लक्ष्य को नष्ट किया जा सके। भारतीय वायुसेना ने सितम्बर/अक्टूबर 2018 में प्रक्षेपास्त्र के अंतरिम विकास परीक्षण के रूप में आईटीआर बालासोर में इसके अनेक परीक्षण किये हैं।