रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) 100 किलोमीटर की मारक क्षमता वाले नयी पीढ़ी के एंटी-रेडिएशन प्रक्षेपास्त्र (एनजीएआरएम) की रचना एवं विकास करने में संलग्न है। सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान पर प्रक्षेपास्त्र को लगाने के लिये समुचित परिवर्तन के साथ एकेयू-58 लांचर का उपयोग किया जाएगा। क्रमशः जून एवं जुलाई 2018 में उच्च एवं कम तापमान में एकीकृत पी-I और पी-II रॉकेट मोटर की सफल स्थैतिक फायरिंग की गई थी। सितम्बर 2018 में कैप्टिव फ्रलाइट ट्रायल्स भी सफलतापूर्वक संचालित किये गए थे।