अक्टूबर, 2018 में परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम स्वदेश निर्मित अग्नि-1 बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्वक रात्रि परीक्षण डॉ. अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया।
यह स्वदेशी तकनीक से विकसित की गयी है, जो सतह से सतह पर मार करने वाली परमाणु सक्षम मिसाइल है। इसको रेल व सड़क दोनों प्रकार के मोबाइल लांचरों से छोड़ा जा सकता है।
अग्नि-1 मिसाइल 700 किलोमीटर की दूरी तक के लक्ष्य को भेद सकती है। यह सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय करके दुश्मनों को तबाह कर सकती है।
इस मिसाइल में विशेष नौवहन प्रणाली लगी है, जो सुनिश्चत करती है कि मिसाइल अत्यंत सटीक निशाने के साथ अपने लक्ष्य पर पहुंचे।
15 मीटर लंबी और 12 टन वजनी यह मिसाइल एक क्विंटल भार के पारंपरिक और परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम है। इस मिसाइल का पहला परीक्षण 25 जनवरी 2002 को किया गया था।
अग्नि-1 को एडवांस्ड सिस्टम्स लैबोरेटरी (एएसएल) ने रक्षा अनुसंधान विकास प्रयोगशाला (डीआरडीएल) और अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई) के सहयोग से विकसित किया है।