मकतबः यहां छोटे बालकों को पढ़ना-लिखना सिखाया जाता था। अर्थात् मकतब में प्राथमिक स्तर की शिक्षा प्रदान की जाती थी। प्रायः मकतब में एक शिक्षक होता था और यह किसी मस्जिद से संबद्ध होता था।
खानकाहें: खानकाह में केवल मुस्लिम छात्र ही शिक्षा प्राप्त कर सकते थे।
दरगाहः दरगाहों में भी मुस्लिम छात्र ही शिक्षा प्राप्त कर सकते थे।
कुरान-स्कूलः यह मस्जिदों से जुड़े होते थे, जिसमें केवल कुरान शरीफ की ही शिक्षा प्रदान की जाती थी। यहां छात्रें को अरबी लिपि का ज्ञान कराया जाता था।
फारसी-स्कूलः मुस्लिम शासन के दौरान फारसी राजभाषा थी और शासन के विभिन्न पदों पर कार्य करने के लिए इस भाषा का ज्ञान आवश्यक था। अतः लोगों को फारसी सीखाने के लिए इस स्कूल की स्थापना की गई।
अरबी के स्कूलः इस स्कूल का मुख्य उद्देश्य अरबी भाषा में प्रवीण विद्वानों का निर्माण करना था।
मदरसेः मकतबों से शिक्षा ग्रहण करके विद्यार्थी मदरसों में जाते हैं, जहां उन्हें उच्च शिक्षा दी जाती है।