महिला समाख्या योजना ग्रामीण क्षेत्रें खासकर सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े समूहों की महिलाओं की शिक्षा तथा उनके सशक्तिकरण के लिए 1989 में शुरू की गई। एनपीई, 1986 के उद्देश्यों के अनुरूप लक्ष्य हासिल करने के लिए एक ठोस कार्यक्रम के रूप में इसकी शुरुआत हुई। समानता हासिल करने में महिलाओं को शिक्षित बनाने में इस योजना को पहचाना जाता है।
महिला संघ गांव स्तर पर महिलाओं को मिलने, सवाल करने व अपने विचार रखने और अपनी आवश्यकताओं को व्यक्त करने के अलावा अपनी इच्छाओं को जाहिर करने का स्थान मुहैया कराते हैं।