कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) जुलाई, 2004 से भारत सरकार द्वारा चलायी जा रही एक योजना है जिसके तहत अनुसूचित जाति व जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों के लिए बोर्डिंग सुविधा युक्त 750 प्रारम्भिक स्तर के आवासीय विद्यालय खोलने का प्रावधान है।
कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय योजना दो वर्ष तक एक अलग योजना के रूप में चली, किन्तु इसे 1 अप्रैल, 2007 से सर्वशिक्षा अभियान के साथ मिला दिया गया। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है पिछड़े समुदाय की लड़कियों को आवासीय सुविधा के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना। यह उन क्षेत्रें के लिए है जिन्हें 2001 के जनगणना के आंकड़ों द्वारा शैक्षिक रूप से पिछड़ा प्रखंड घोषित किया गया है और जहां महिला साक्षरता व लैंगिक असमानता राष्ट्रीय औसत से कम है।