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भूमि सुधार का आरंभिक चरण
बिचौलियों का अंत (Abolation of Intermediaries)
देश की स्वतंत्रता के समय कृषि क्षेत्र में जमींदार तालुकदार जागीर तथा इनैम जैसे बिचौलियों का अधिक वर्चस्व था।
स्वतंत्रता के तत्काल बाद विभिन्न प्रदेशों में जमींदारी प्रथा समाप्त करने के लिए अनेक उपाय किए गए।
बिचौलियों के अंत के लिए वर्ष 1948 में मद्रास में पहला अधिनियम पारित किया गया।
उसके बाद एक के बाद दूसरे प्रदेश ने जमींदारी प्रथा को समाप्त करने के लिए कानून बनाए।
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