कृषि मंत्रलय ने नोटिस किया है कि भारतीय मृदाओं की गुणवत्ता लगातार गिर रही है। उर्वरक के असंतुलित प्रयोग का भी नतीजा मृदा की उत्पादकता में हानि होता है। यदि किसान इस बात से अनभिज्ञ है कि मृदा को कब किस तरह के उर्वरक की जरूरत है तो ऐसी स्थिति से मृदा की हेल्थ नकारात्मक रूप से प्रभावित होगी।