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Topper यूपीपीसीएस 2019 रैंक 1-एसडीएम पद पर चयन
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सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः सिविल सर्विसेज क्रॉनिकल की तरफ से आपको इस सफलता की ढेर सारी शुभकामनाएं। आप कैसा महसूस कर रहे हैं?
विशाल सारस्वतः बहुत-बहुत धन्यवाद। यह मेरे लिए आश्चर्य का विषय था। मैंने प्रथम स्थान की उम्मीद नहीं की थी, क्योंकि पिछले प्रयास में मैं सफल नहीं हो पाया था।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः एक अधिकारी बनने की प्रेरणा आपको कैसे मिली? आप अपनी सफलता का श्रेय किसे देंगे? आपके परिवार एवं अन्य लोगों (शिक्षक, मित्र) का सफलता में क्या योगदान है?
विशाल सारस्वतः परिवार एवं मित्रों का मेरी तैयारी में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। पूर्व राष्ट्रपति स्व- ए-पी-जे- अब्दुल कलाम मेरे आदर्श हैं। बिजेन्द्र सिंह सर (ECO - VISION IAS) ने तैयारी के दिनों में काफी मदद की। मैंने अपनी तैयारी में सिर्फ ECO - VISION IAS में बिजेन्द्र सर से अर्थशास्त्र वैकल्पिक की कोचिंग ली।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः किसी अभ्यर्थी को सामान्य अध्ययन हेतु प्रारम्भिक एवं मुख्य परीक्षा की तैयारी कैसे करनी चाहिए? क्या आपने अपनी तैयारी में प्रारम्भिक एवं मुख्य परीक्षा दोनों को एक साथ शामिल किया था या अलग-अलग?
विशाल सारस्वतः कुछ मौलिक जानकारियों के संग्रह के पश्चात प्रारम्भिक एवं मुख्य दोनों परीक्षाओं की तैयारी एक साथ की जानी चाहिए। सफलता के लिए बार-बार रिवीजन आवश्यक है और यह 5-7 बार होना चाहिए, ताकि सभी बातें आपके मस्तिष्क में हों। प्रारम्भिक परीक्षा काफी हद तक सूचना एवं तथ्यों पर आधारित है जबकि मुख्य परीक्षा व्याख्यात्मक। समसामयिकी के प्रसंगों को तैयार करना और उसे उत्तर के साथ जोड़ना अच्छी रणनीति होगी। इसके लिए कुछ You Tube Channels का उपयोग किया जा सकता है।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः आपने प्रारम्भिक, मुख्य, साक्षात्कार तथा वैकल्पिक विषय की तैयारी हेतु कितना समय दिया? आपने प्रारम्भिक तथा मुख्य परीक्षा की तैयारी में किस प्रकार समय को प्रबंधित किया?
विशाल सारस्वतः मुझे कुल 3 वर्ष का समय लगा। मैं अपने पिछले प्रयास में सफल नहीं हो पाया था, क्योंकि वैकल्पिक विषय में कम अंक थे। इस वर्ष मैंने वैकल्पिक विषय की अच्छी तैयारी की थी। मुख्य परीक्षा के समय आपको अधिक से अधिक समय अपने अध्ययन पर देना चाहिए। मुख्य परीक्षा हेतु सभी टॉपिक पर छोटे-छोटे नोट्स बना लेने चाहिए ताकि रिवीजन किया जा सके।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः क्या आपने नोट्स बनाए थे? नोट्स किस प्रकार लाभदायक रहे? आप नोट्स बनाने के लिए क्या सुझाव देंगे?
विशाल सारस्वतः हां, मैंने समसामयिकी विषयों पर नोट्स बनाया था। इससे मुझे रिवीजन में काफी सुविधा हुई। पेपर-3 तथा पेपर-4 से जुड़े विषय एवं मुद्दों पर आपका अपना नोट्स काफी लाभदायक होता है। वैसे प्रसंग जिसे आयोग अक्सर पूछ रहा होता है, उससे जुड़े प्रसंग तैयार करने ही चाहिए जैसे- महिला, कृषि, गैर सरकारी संगठन आदि।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः आपका वैकल्पिक विषय क्या था? वैकल्पिक विषय के चुनाव का क्या आधार था? इसकी तैयारी के लिए आपने किस प्रकार रणनीति बनाई?
विशाल सारस्वतः मेरा वैकल्पिक विषय अर्थशास्त्र था, क्योंकि इसी विषय में मैंने स्नातक व परास्नातक दोनों किया था। अर्थशास्त्र एक व्यावहारिक विषय है, जिसमें ग्राफ तथा व्याख्या की आवश्यकता होती है। मैंने इसके लिए ECO - VISION IAS में कोचिंग की थी। अर्थशास्त्र विषय में मौलिक संकल्पना की स्पष्टता का विशेष महत्व है।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः पेपर- IV के लिए आपकी रणनीति एवं तैयारी किस प्रकार थी।
विशाल सारस्वतः पेपर-IV के लिए मैंने The Lexicon हिंदी संस्करण तथा नेटवर्क आईएएस का नोट्स पढ़ा था। उत्तर लेखन पर विशेष ध्यान रखा तथा वर्तमान के उदाहरणों से जोड़कर उसे और संवर्द्धित किया।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः निबंध की तैयारी के विषय में कुछ बताएं।
विशाल सारस्वतः निबंध आपके ज्ञान व विचार का समन्वय है। विद्वानों के कथन तथा व्यावहारिक उदाहरण इसमें महत्वपूर्ण होते हैं। महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद, मदर टेरेसा आदि के कथनों का प्रयोग उपयोगी है।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः परीक्षा में आपकी लेखन पद्धति कैसी थी? सामान्य लेखन पद्धति से आपने खुद को कैसे पृथक किया? आपने अपनी लेखन प्रणाली को किस प्रकार विकसित किया?
विशाल सारस्वतः अपने उत्तर में ग्राफ तथा डायग्राम का प्रयोग किया जाना चाहिए। साथ ही आंकड़े तथा तथ्यों का प्रयोग किया जाना चाहिए। ऐसा करना आपको अन्य से पृथक करेगा तथा परीक्षक अच्छे अंक देंगे।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः आपने साक्षात्कार की तैयारी किस प्रकार की? साक्षात्कार में किस प्रकार के प्रश्न पूछे गए थे? क्या आपने सभी उत्तर दिए थे? क्या कोई विशेष क्षेत्र है जिस पर बल दिया जाना चाहिए?
विशाल सारस्वतः मैंने साक्षात्कार के लिए वैकल्पिक विषय, समसामयिकी के प्रसंग, किसान आंदोलन आदि को तैयार किया था। परंतु मेरा साक्षात्कार मुख्यतः पेपर-4 पर आधारित था। मुझसे दया, जुनून, चेतना, अभिवृत्ति, योग्यता, संयम आदि पर प्रश्न पूछे गए थे। मैं 2-4 प्रश्नों का उत्तर नहीं दे पाया था। बोर्ड के सदस्यों का व्यवहार बहुत अच्छा था।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः परीक्षा की तैयारी में कोचिंग का क्या महत्व है?
विशाल सारस्वतः तैयारी को नियमित करने में कोचिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। समय-सारणी तथा योजना के निर्माण में भी इसकी भूमिका है। परन्तु स्वयं भी तैयारी की जा सकती है। वर्तमान समय में ऑनलाइन तैयारी भी एक बेहतर विकल्प है।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः आपकी सफलता में सिविल सर्विसेज क्रॉनिकल की क्या भूमिका है?
विशाल सारस्वतः मैंने तैयारी के दौरान हमेशा क्रॉनिकल का अध्ययन किया क्योंकि इसमें दी गई सूचना हमेशा परीक्षा की दृष्टि से उपयोगी होती है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि क्रॉनिकल बहुत उपयोगी पत्रिका है। मुझे अपनी तैयारी में इससे काफी मदद मिली।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः आपकी तैयारी के स्रोत क्या थे? आपने कौन सी पुस्तकें, पत्र-पत्रिकाएं, पढ़ीं तथा ऑनलाइन में किस प्रकार मदद ली।
विशाल सारस्वतः 6th से 12th तक की एनसीईआरटी (गणित व विज्ञान छोड़कर)
- कला व संस्कृतिनितिन संघानिया
- राजव्यवस्थाएम- लक्ष्मीकांत
- भूगोलभारत का भूगोल- अनिल केसरी तथा खुल्लर की पुस्तक
- अर्थव्यवस्थारमेश सिंह की पुस्तक
- समसामयिकीसिविल सर्विसेज क्रॉनिकल, VISION IAS,
- एथिक्सThe Lexicon (हिन्दी संस्करण)
- पर्यावरणShankar IAS की पुस्तक