- होम
- साक्षात्कार
- देवेन्द्र प्रताप सिंह
Topper यूपीपीसीएस 2018 एसडीएम पद पर चयन
परिचय
|
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः यूपीपीसीएस 2018 में शानदार सफलता के लिए आपको हार्दिक बधाई- आपकी सफलता में परिवार, मित्रें व शिक्षकों का सहयोग कैसा रहा? आपकी पृष्ठभूमि ने आपकी सफलता में किस प्रकार योगदान किया?
देवेन्द्र प्रताप सिंहः मेरी सफलता में मेरे पिता, माता, बहन, मित्रें और शिक्षकों का भरपूर सहयोग रहा विशेषकर मेरे पिता का। मेरे पिता ने भी सिविल सेवा की तैयारी की थी। उनका अनुभव और मार्गदर्शन काफी सहायक रहा।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः आपने परीक्षा की तैयारी आरंभ कैसे की? तैयारी आरंभ करते समय आपने किन पहलुओं पर विशेष रूप से ध्यान दिया? परीक्षा की तैयारी शुरू करने का आदर्श समय क्या होना चाहिए?
देवेन्द्र प्रताप सिंहः मैंने ग्रेजुएशन के बाद ही परीक्षा की तैयारी की। सही मार्गदर्शन के लिए जरूरी विषयों की कोचिंग भी की। मैंने शुरुआत में जो मुख्य विषय हैं जैसे इतिहास, भूगोल, राजव्यवस्था, अर्थव्यवस्था आदि पर ध्यान दिया। इनके लिए एनसीईआरटी और मानक पुस्तकों का अध्ययन किया। मेरे हिसाब से हमें स्नातक के अंतिम वर्ष से तैयारी प्रारंभ कर देनी चाहिए और सभी विषयों की एनसीईआरटी (9 to 12th) पढ़नी चाहिए।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः भाषा माध्यम के कारण क्या आपको कोई लाभ हुआ? क्या आप मानते हैं कि अंग्रजी भाषी लाभप्रद स्थिति में होते हैं?
देवेन्द्र प्रताप सिंहः मेरा भाषा माध्यम अंग्रेजी है और पूर्णतया स्वीकार करता हूं कि अंग्रेजी भाषा वाले विद्यार्थी ज्यादा लाभप्रद स्थिति में होते हैं। क्योंकि उन्हें बेहतर अध्ययन सामग्री, अच्छी राइटिंग स्पीड आदि के फायदे हैं।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः आपका वैकल्पिक विषय क्या था? इसके चयन का आधार क्या था? क्या वैकल्पिक विषय के चयन में आपने कथित लोकप्रियता को भी आधार बनाया?
देवेन्द्र प्रताप सिंहः मेरा वैकल्पिक विषय समाजशास्त्र (Sociology) था। मेरे चयन का आधार था- सामान्य अध्ययन और निबंध के पेपर में इससे मदद मिलना, बार-बार पढ़ने में भी रुचि बने रहना और इसका उपयुक्त सेलेबस।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः परीक्षा के तीनों चरणों की तैयारी के लिए आप कितना समय उपयुक्त मानते हैं? तीनों चरणों की तैयारी में आपकी समय की रणनीति एक जैसी रही या उसमें बदलाव भी किए?
देवेन्द्र प्रताप सिंहः परीक्षा के शुरुआती दो चरणों की तैयारी हमें एक-साथ करनी चाहिए। दोनों चरणों के परीक्षा पैटर्न के अनुसार उनकी तैयारी करनी बहुत जरूरी है। प्रतिदिन 10-11 घंटे की पढ़ाई बहुत है। साक्षात्कार के लिए वैकल्पिक विषय, करेंट अफयर्स और बायोडेटा पर थोड़ा ध्यान दें।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः मुख्य परीक्षा में सामान्य अध्ययन की अहमियत बढ़ा दी गई है। इसे पूरी तरह कवर करने व अच्छी तरह तैयार करने का सर्वाेत्तम तरीका क्या हो सकता है? मुख्य परीक्षा में सामान्य अध्ययन के विस्तृत पाठड्ढक्रम को देखते हुए इसकी तैयारी के लिए आपने क्या रणनीति अपनाई? परीक्षा भवन में प्रश्नों को हल करने के लिए क्या आपने कोई विशेष रणनीति अपनाई?
देवेन्द्र प्रताप सिंहः सामान्य अध्ययन की तैयारी के लिए रणनीतिः
- मानक पुस्तकों को 4-5 बार पढ़ें और स्वयं उनके जरूरी नोट्स (Self Notes) तैयार कर लें।
- करेंट अफेयर्स पर विशेष ध्यान दें, उनके भी स्वयं नोट्स बना लें।
- नोट्स को बार-बार पढ़ें और छोटा करते जाएं। फ्लोचार्ट, डायग्राम व मैप का प्रयोग करें।
- परीक्षा में हर हाल में पेपर पूरा करें। पहले बड़े उत्तर करें।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः क्या आपने अपने नोट्स बनाए? ये नोट्स किस प्रकार उपयोगी रहे? एक ही कोचिंग संस्थान के नोट्स का उपयोग कई छात्र करते हैं। ऐसे में इन नोट्स को औरों से अलग बनाने हेतु आपने क्या रणनीति अपनाई?
देवेन्द्र प्रताप सिंहः स्वयं के नोट्स अत्यंत आवश्यक हैं। किसी भी कोचिंग संस्थान के नोट्स या मानक पुस्तकों काे पढ़ें लेकिन नोट्स स्वयं के ही बनाएं। नोट्स वैसे ही बनाएं जैसे उन्हें परीक्षा में लिखना है- संक्षिप्त एवं टू द पॉइंट।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः नीतिशास्त्र व सत्यनिष्ठा के प्रश्न-पत्र की तैयारी के लिए आपने क्या किया? छात्रें को इस संदर्भ में आप क्या मार्गदर्शन दे सकते हैं?
देवेन्द्र प्रताप सिंहः नीतिशास्त्र व सत्यनिष्ठा विषय की तैयारी के लिए मेरा सुझाव:
- किसी कोचिंग संस्थान के नोट्स लेकर प्रत्येक चेप्टर के शॉर्ट नोट्स बना लें।
- सेलेबस में जो महत्वपूर्ण शब्द हैं जैसे - अभिवृत्ति, सत्यनिष्ठा, ईमानदारी आदि इनकी व्याख्या और उदाहरण तैयार कर लें।
- महापुरुषों के कथन (Quotation) रट लें और उनका परीक्षा में भरपूर प्रयोग करें।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः आपने निबंध की तैयारी कैसे की और परीक्षा भवन में इसके चयन और लेखन के लिए क्या रणनीति अपनाई?
देवेन्द्र प्रताप सिंहः निबंध की तैयारी के लिए पठन एवं लेखन कौशल विकसित करें। महत्वपूर्ण विषय जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य एवं महिला आदि पर नोट्स तैयार कर लें। सरकारी योजनाएं, प्रसिद्ध लोगों के सुझाव, महापुरुषों के कथनों का खूब प्रयोग करें। निबंध एक लय में हर पहलू को समझाते हुए सकारात्मक भाव में लिखें।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः उत्कृष्ट उत्तर लेखन शैली क्या होनी चाहिए? इसके लिए आपने तैयारी के दौरान क्या तरीका अपनाया?
देवेन्द्र प्रताप सिंहः अच्छी लेखन शैली के लिए आवश्यक है-
- खूब लेखन अभ्यास (Writing practice) करें ताकि राइटिंग स्पीड बढ़ाई जा सके।
- फ्लोचार्ट, डायग्राम व मैप आदि का प्रयोग करें।
- उत्तर एक क्रम में लिखें (Introduction-body-end) उत्तर की समाप्ति सकारात्मक रखें।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः आपने साक्षात्कार की तैयारी कैसे की? आपका साक्षात्कार कैसा रहा? आपसे कैसे प्रश्न पूछे गए? क्या किसी प्रश्न पर आप नर्वस भी हुए?
देवेन्द्र प्रताप सिंहः साक्षात्कार की तैयारी मैंने स्वयं की। आत्मविश्वास और अधिकारी जैसी सोच और व्यवहार आवश्यक है। मेरा साक्षात्कार अच्छा रहा और लगभग हर विषय से प्रश्न पूछे गए। एक प्रश्न ने नर्वस किया कि ऑटोमेशन, टेक्निकलाइजेशन, मेकनाइजेशन एवं डिजिटलाइजेशन में फर्क बताइए।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः क्या आपने कोचिंग ली? कोचिंग किस प्रकार उपयोगी रही? वैसे छात्र जो तैयारी हेतु कोचिंग की सहायता लेना चाहते हैं, उन्हें आप क्या सुझाव देंगे?
देवेन्द्र प्रताप सिंहः मैंने जरूरी विषय के लिए कोचिंग ली। मेरा मानना है कि अगर आपको सही मार्गदर्शन देने वाला व्यक्ति है जैसे कि कहां से, कितना, क्या पढ़ें, टाइम मैनेजमेंट कैसे करें आदि तो कोचिंग की आवश्यकता नहीं है। टेस्ट सीरीज जरूर जॉइन करें, यह आवश्यक है।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः जो छात्र सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी आरंभ करना चाहते हैं, उन्हें आप क्या सुझाव देंगे? यदि कोई ग्रामीण पृष्ठभूमि का या आर्थिक रूप से कमजोर छात्र सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी आरंभ करना चाहता हो, तो ऐसे छात्र को क्या करना चाहिए?
देवेन्द्र प्रताप सिंहः उन्हें मैं यही सलाह दूंगा कि सिविल सेवा की तैयारी कोई भी कर सकता है बस उसके लिए कड़ी मेहनत, हार न मानने वाला एट्टीट्यूड और आत्मविश्वास चाहिए। तैयारी एनसीईआरटी से शुरू कर सकते हैं। ऑनलाइन उपलब्ध पीडीएफ, किताबों का उपयोग करें। खुद के नोट्स बनाएं।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः सामान्य धारणा यह है कि सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी आरंभ करने से पूर्व कोई कैरियर विकल्प भी अपने पास रखना चाहिए। क्या आपने भी कोई कैरियर विकल्प रखा था?
देवेन्द्र प्रताप सिंहः मेरा स्नातक सिविल इंजीनियरिंग से है। मेरे पास विकल्प भी था पर मैंने छोड़ दिया। मेरा मानना है कि पूरी लगन से तैयारी करें, विकल्प पर ध्यान न दें। समय लग सकता है पर सफलता अवश्य मिलेगी।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः तैयारी में पत्र-पत्रिकाओं से आपको कितनी सहायता मिली? आपने किन पत्र-पत्रिकाओं का अध्ययन किया? सिविल सेवा परीक्षा के लिए इन पत्र-पत्रिकाओं की कितनी उपयोगिता है?
देवेन्द्र प्रताप सिंहः करेंट अफेयर्स की पत्रिकाएं काफी सहायक है। तैयारी में मैंने योजना, क्रॉनिकल आदि पत्रिकाओं का अध्ययन किया। करेंट अफेयर्स की तैयारी में ये अहम भूमिका अदा करती है।
सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः सिविल सर्विसेज क्रॉनिकल पत्रिका आपको कैसी लगी? आपकी सफलता में इसका कितना योगदान है? क्या आप इसमें किसी प्रकार के बदलाव की अपेक्षा रखते हैं?
देवेन्द्र प्रताप सिंहः क्रॉनिकल पत्रिका का कंटेंट भी बहुत अच्छा है। यह सिविल सेवा की तैयारी में बहुत उपयोगी है।