भारतीय नौसेना ने वरुणास्त्र टारपीडो का पहला युद्धक परीक्षण किया
- 09 Jun 2023
स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित भारी वजन वाले टारपीडो (एचडब्ल्यूटी) वरुणास्त्र का 6 जून, 2023 को भारतीय नौसेना द्वारा समुद्र के नीचे के लक्ष्य के खिलाफ लाइव वारहेड के साथ सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया।
- 'वरुणास्त्र' देश में विकसित किए गए हेवीवेट टॉरपीडो का नाम है। यह स्वदेशी नौसेना की पनडुब्बी रोधी युद्ध क्षमताओं को बढ़ाएगी।
- टॉरपीडो को एक पनडुब्बी से दागा गया और 40 किलोमीटर की दूरी पर लक्ष्य को सफलतापूर्वक भेदा गया।
- 'वरुणास्त्र' को नेवी के लिए डिफेंस रिसर्च एंड डिवेलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) की नेवल साइंस एंड टेक्नोलॉजिकल लैबोरेटरी (NSTL) ने बनाया है।
वरुणास्त्र टारपीडो :- यह अत्याधुनिक एंटी-सबमरीन टॉरपीडो है जिसका नाम समुद्र के देवता 'वरुण' के नाम पर रखा गया है। डेढ़ टन वजनी और करीब 8 मीटर लंबे 'वरुणास्त्र' की रेंज 40 किलोमीटर तक हो सकती है। यह अधिकतम 600 मीटर की गहराई तक 40 नॉट्स (74kmph) की स्पीड में टारगेट को शिकार बना सकता है।
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