भारत की 2018 बाघ गणना ने बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
- 13 Jul 2020
जुलाई 2020 में देश के लिए अखिल भारतीय बाघ आकलन 2018 के चौथे चक्र, जिसके परिणाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2019 में घोषित किए गए थे, ने ‘दुनिया का सबसे बड़ा कैमरा ट्रैप वन्यजीव सर्वेक्षण’ होने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है।
- महत्वपूर्ण तथ्य: गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रशस्ति पत्र के अनुसार ‘2018-19’ में किए गए सर्वेक्षण की चौथी पुनरावृत्ति ‘संसाधन और डेटा’ दोनों के हिसाब से अब तक का सबसे व्यापक सर्वेक्षण रहा है।
-
कैमरा ट्रैप को 141 विभिन्न साइटों में 26,838 स्थानों पर रखा गया था और 1,21,337 वर्ग किमी. (46,848 वर्ग मील) के प्रभावी क्षेत्र का सर्वेक्षण किया गया। कुल मिलाकर, कैमरा ट्रैप ने वन्यजीवों की 3,48,58,623 तस्वीरों को खींचा। इन तस्वीरों के माध्यम से 2,461 बाघों (शावकों को छोड़कर) की पहचान की गई।
-
भारतीय वन्यजीव संस्थान से तकनीकी सहयोग से राज्य वन विभागों द्वारा कार्यान्वित किए गए अखिल भारतीय बाघ आकलन को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा हर 4 वर्ष में संचालित किया जाता है।
-
नवीनतम गणना के अनुसार, देश में बाघों की अनुमानित संख्या 2,967 हैं, जो कि वैश्विक संख्या का लगभग 75% है।
-
भारत द्वारा 2010 में सेंट पीटर्सबर्ग में बाघों की संख्या दोगुनी करने वाले अपने संकल्प को निर्धारित लक्ष्य वर्ष 2022 से बहुत पहले ही प्राप्त किया जा चुका है।
-
सामयिक खबरें
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे