फिश क्रायोबैंक
- 10 Jul 2020
केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह ने 10 जुलाई, 2020 को 'राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस' के अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों में 'फिश क्रायोबैंक्स' (Fish Cryobanks) स्थापित करने की घोषणा की।
- महत्वपूर्ण तथ्य: इसे राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड (NFDB) द्वारा राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो (NBFGR) के सहयोग से स्थापित किया जाएगा।
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फिश क्रायोबैंक, मत्स्य किसानों को वांछित मछली प्रजाति के 'शुक्राणुओं' की सभी समय उपलब्धता (All time availability) की सुविधा प्रदान करेगा।
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NBFGR द्वारा विकसित 'क्रायोमिल्ट' तकनीक 'फिश क्रायोबैंक' की स्थापना में सहायक हो सकती है, जो किसी भी समय 'हैचरी' (कृत्रिम परिस्थितियों में अंडे दिए जाने का स्थान) में मछली के शुक्राणुओं की अच्छी गुणवत्ता प्रदान करेगी।
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यह दुनिया में पहली बार होगा जब 'फिश क्रायोबैंक' की स्थापना की जाएगी।
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- राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड: देश में मछली उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने के उद्देश्य से 2006 में ‘राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड’ (NFDB) को मत्स्य विभाग (मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार) के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक स्वायत्त संगठन के रूप में स्थापित किया गया था।
- लाभ: मछली उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के लिए देश में मत्स्य पालन क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है, जिससे मत्स्य किसानों के बीच समृद्धि बढ़ सकती है।
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