मिशन लाइफ का शुभारंभ

  • 31 Oct 2022

20 अक्टूबर, 2022 को गुजरात के एकता नगर में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मिशन लाइफ (Mission LiFE - Lifestyle For Environment) का शुभारंभ किया गया| इस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटरेस भी उपस्थिति थे।

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मिशन लाइफ की घोषणा 2021 में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में की गई थी।

मिशन लाइफ से संबंधित मुख्य बिंदु

  • मिशन लाइफ वैश्विक जलवायु परिवर्तन से संबंधित कार्रवाइयों में व्यक्तियों और समुदायों के व्यवहार परिवर्तन को पर्यावरण मित्रवत बनाने पर जोर देता है|
  • यह मिशन वर्तमान में प्रचलित व्यवहार 'उपयोग-और-निपटान' (use-and-dispose) अर्थव्यवस्था की जगह चक्रीय अर्थव्यवस्था (Circular Economy) को प्राथमिकता देता है|
  • मिशन लाइफ को व्यापक स्तर पर अपनाने एवं एक जन आंदोलन (जन आंदोलन) बनाने का लक्ष्य रखा गया है।

मिशन का उद्देश्य

  • सचेत और विचारपूर्वक उपयोग' (mindful and deliberate utilisation) के माध्यम से पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवन शैली (Environmentally Conscious Lifestyle) को बढ़ावा देना।
  • दुनिया भर के व्यक्तियों को अपने दैनिक जीवन में सरल जलवायु-अनुकूल कार्य करने के लिए प्रेरित करना।
  • पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली को अपनाने को बढ़ावा देने के लिए लोगों का एक वैश्विक नेटवर्क 'प्रो-प्लैनेट पीपल' (Pro-Planet People - P3) का संपोषण करना|
  • वैश्विक नेटवर्क 'प्रो-प्लैनेट पीपल' का लाभ उठाते हुए सामाजिक मानदंडों को जलवायु अनुकूल बनाने का प्रयास करना।

आवश्यकता

  • पिछले दो दशकों में, नीतिगत सुधारों, आर्थिक प्रोत्साहनों और विनियमों सहित पर्यावरणीय अवनयन और जलवायु परिवर्तन के समाधान के लिए वैश्विक स्तर पर कई समष्टि (macro) उपायों को लागू किया गया है।
  • परन्तु व्यक्तियों, समुदायों और संस्थानों के स्तर पर आवश्यक कार्यों पर सीमित ध्यान दिया गया है। व्यक्तिगत और सामुदायिक के व्यवहार में परिवर्तन से पर्यावरण और जलवायु संकट में काफी सहायता मिल सकती है।
  • संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) के अनुसार, यदि 8 अरब की वैश्विक आबादी में से 1 अरब लोग अपने दैनिक जीवन में पर्यावरण के अनुकूल व्यवहार अपनाते हैं, तो वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में लगभग 20 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है।
  • भारत सहित वैश्विक स्तर पर पर्यावरणीय अवनयन और जलवायु परिवर्तन की परिघटनाएं दर्ज की जा रही हैं| विश्व के एक हिस्से में की गई सकारात्मक कार्रवाइयां दुनिया भर में पारिस्थितिक तंत्र और आबादी को प्रभावित करती हैं।