बनारसी पश्मीना
- 12 Apr 2022
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने आत्मनिर्भरता और शिल्प सृजनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए 'बनारसी पश्मीना' लॉन्च किया है।
(Image Source: https://twitter.com/kvicindia)
महत्वपूर्ण तथ्य: वाराणसी के अत्यधिक कुशल खादी बुनकरों द्वारा तैयार किए गए प्रीमियम पश्मीना उत्पादों को KVIC के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने 8 अप्रैल, 2022 को वाराणसी में लॉन्च किया।
- लेह-लद्दाख के हिमालय के ऊंचे इलाकों से लेकर वाराणसी में गंगा नदी के किनारे तक पश्मीना की शिल्प विरासत को एक नई ब्रांड पहचान मिली है।
- पहली बार पश्मीना उत्पाद लेह-लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के क्षेत्र के बाहर तैयार किए जा रहे हैं।
- पश्मीना एक आवश्यक कश्मीरी कला रूप के रूप में प्रसिद्ध है, लेकिन भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी में तैयार पश्मीना कई मायनों में अद्वितीय है।
- वाराणसी में तैयार पश्मीना का उत्पादन इस शिल्प विरासत कला को क्षेत्रीय सीमाओं से मुक्त करता है और लेह-लद्दाख, दिल्ली और वाराणसी से विविध कलात्मकता का मिश्रण बनाता है।
- वाराणसी में पश्मीना उत्पादों को तैयार करने का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री की परिकल्पना के अनुरूप लद्दाख में महिलाओं के लिए स्थायी रोजगार के अवसर पैदा करना और वाराणसी में पारंपरिक बुनकरों के कौशल में विविधता लाना है।
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