भारतीय दिवाला एवं शोधन अक्षमता बोर्ड
- 28 Feb 2022
9 फरवरी, 2022 को रवि मित्तल ने नई दिल्ली में भारतीय दिवाला एवं शोधन अक्षमता बोर्ड (Insolvency and Bankruptcy Board of India: IBBI) के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया।
- भारतीय दिवाला एवं शोधन अक्षमता बोर्ड की स्थापना 1 अक्टूबर, 2016 को दिवाला और शोधन अक्षमता संहिता, 2016 के तहत की गई थी।
- यह एक अनूठा नियामक है, जो पेशे के साथ-साथ प्रक्रियाओं को भी नियंत्रित करता है। यह दिवाला पेशेवरों, दिवाला व्यावसायिक एजेंसियों, दिवाला व्यावसायिक संस्थाओं और सूचना उपयोगिताओं की देखरेख के लिए एक नियामक है। यह संहिता देश में तनावग्रस्त परिसंपत्तियों के समाधान की प्रक्रिया को तेज करेगा।
- डॉ. नवरंग सैनी, डॉ. मुकुलिता विजयवर्गीय और सुधाकर शुक्ला वर्तमान में IBBI के पूर्णकालिक सदस्य हैं।
- आईबीबीआई में 10 सदस्य हैं, जिनमें वित्त, कानून और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालयों और भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिनिधि शामिल हैं।
- इसके प्रथम पूर्णकालिक अध्यक्ष (2016-2021) डॉ. एम एस साहू थे। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।
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