भारत-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन
- 31 Jan 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 जनवरी, 2022 को आभासी प्रारूप में पहले भारत-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन की मेजबानी की।
महत्वपूर्ण तथ्य: इसमें कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों ने भाग लिया।
- भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 30वीं वर्षगांठ पर यह पहला भारत-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया।
- नेताओं ने इसे हर 2 साल में आयोजित करने का निर्णय लेकर शिखर सम्मेलन तंत्र को संस्थागत बनाने पर सहमति व्यक्त की। इसके लिए नई दिल्ली में एक भारत-मध्य एशिया सचिवालय स्थापित किया जाएगा।
- भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच (उनकी भू- आबद्ध प्रकृति और भारत के साथ भूमिगत कनेक्टिविटी की कमी के संदर्भ में) व्यापार और वाणिज्य को बढ़ाने के लिए आपसी संपर्क के और विकास की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
- मध्य एशियाई क्षेत्र के साथ भारतीय व्यापार को वर्तमान में लगभग 2 बिलियन डॉलर के निम्न स्तर से आगे बढ़ाने की संभावनाओं पर चर्चा की गई।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे