मसौदा क्षेत्रीय योजना-2041 पर आपत्ति
- 12 Jan 2022
जनवरी 2022 में एक सेवानिवृत्त भारतीय वन सेवा अधिकारी, एक शहरी योजनाकार और एक पर्यावरण विश्लेषक सहित एक पांच सदस्यीय समूह ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की ‘मसौदा क्षेत्रीय योजना-2041’ पर आपत्ति की है।
महत्वपूर्ण तथ्य: समूह ने प्राकृतिक संरक्षण क्षेत्र से 'अरावली' और 'वन क्षेत्र' शब्दों को बाहर करने का कड़ा विरोध किया है।
- समूह के अनुसार प्रस्तावित योजना वन आवरण को काफी कम कर देगी, वन्यजीवों के आवास को कम कर देगी, वायु प्रदूषण में वृद्धि करेगी और अरावली में रियल एस्टेट के लिए द्वार खोल देगी।
- समूह ने 'प्राकृतिक संरक्षण क्षेत्र' शब्द को मसौदा योजना में 'प्राकृतिक क्षेत्र' के साथ बदलने पर भी आपत्ति जताई है।
- क्षेत्रीय मसौदे योजना-2041 के अनुसार वन के अंतर्गत क्षेत्र में 3.27% तक गिरावट आई है, फिर भी मसौदा योजना में वनों के संरक्षण को और कम कर दिया गया है।
- क्षेत्रीय योजना-2021 'प्राकृतिक संरक्षण क्षेत्र' में निर्माण को उद्देश्य (केवल क्षेत्रीय मनोरंजक गतिविधियाँ) और सीमा (0.5%) दोनों द्वारा सीमित करती है, हालाँकि क्षेत्रीय योजना-2021 के मसौदे में इस क्षेत्र विनियमन (zoning regulation) को हटा दिया गया है।
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