रूर्बन मिशन के क्रियान्वयन में तेलंगाना अव्वल
- 01 Jan 2022
तेलंगाना ‘श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन’ (Shyama Prasad Mukherji Rurban Mission: SPMRM) के कार्यान्वयन में पहले स्थान पर रहा।
महत्वपूर्ण तथ्य: तेलंगाना के संगारेड्डी और कामारेड्डी जिले देश भर के उन 300 क्लस्टर (समूहों) में पहले दो स्थान पर रहे, जहां कार्यक्रम लागू किया जा रहा था।
- तमिलनाडु और गुजरात ने क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया।
- तेलंगाना में, 17 क्लस्टर (12 गैर-आदिवासी और पांच आदिवासी) में, कार्यक्रम को 1,885.12 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से लागू किया जा रहा था।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन: केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के तहत शुरू किये गये श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन को स्थानीय आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने, बुनियादी सेवाओं को बढ़ाने और सुनियोजित क्लस्टर बनाने के उद्देश्य से वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री द्वारा लॉन्च किया गया था।
देश भर के ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों में रूर्बन क्लस्टरों की पहचान की जाती है, जहां जनसंख्या घनत्व में वृद्धि, गैर-कृषि रोजगार के उच्च स्तर, आर्थिक गतिविधियां बढ़ने और अन्य सामाजिक-आर्थिक पैमाने जैसे शहरीकरण के बढ़ते संकेत मिल रहे हैं।
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