शंघाई सहयोग संगठन की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहयोग पर मसौदा कार्य योजना
- 27 Dec 2021
9 दिसंबर, 2021 को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के विज्ञान और प्रौद्योगिकीक्षेत्र के विशेषज्ञों ने वर्ष 2022-2025 के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग पर मसौदा कार्य योजना तैयार करने हेतु चर्चा की।
महत्वपूर्ण तथ्य: सभी सदस्य देशों ने वर्ष 2022-2025 के लिए वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग पर मसौदा कार्य योजना पर सहमति व्यक्त की।
- जिसमें 4 प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की पहचान की गई, जैसे कि उभरती हुई चिकित्सा / जैव प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऊर्जा और परिशुद्धता कृषि के लिए आधुनिक तकनीक।
- ‘एससीओ यंग साइंटिस्ट्स कॉन्क्लेव’ नवंबर 2020 में भारत में आयोजित की गई, जिसमें एससीओ देशों के 65 सदस्यों ने भाग लिया।
- शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की स्थापना वर्ष 2001 में छ: देशों, रूस, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्राध्यक्षों द्वारा की गई थी। भारत और पाकिस्तान 2017 में इसमें शामिल हुए। एससीओ का मुख्य उद्देश्य यूरेशियन क्षेत्र में सुरक्षा और आर्थिक सहयोग करना है।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे