गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के तहत मध्यम और दीर्घकालिक जमा समाप्त
- 26 Mar 2025
25 मार्च 2025 को, वित्त मंत्रालय ने घोषणा की कि गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम (GMS) के तहत मध्यम और दीर्घकालिक जमा समाप्त हो जाएंगे। यह निर्णय बाजार की स्थिति और योजना के प्रदर्शन के आधार पर लिया गया है।
मुख्य बिंदु :
- योजना का उद्देश्य: गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम, जो नवंबर 2015 में शुरू की गई थी, का उद्देश्य निष्क्रिय सोने को उत्पादक बनाना है, ताकि उपभोक्ता अपने सोने को बेच सकें या बैंकों में जमा कर सकें।
- जमा की श्रेणियाँ: GMS में तीन प्रकार के जमा शामिल थे: (1) शॉर्ट टर्म बैंक डिपॉजिट (1-3 वर्ष); (2) मध्यम अवधि का सरकारी जमा (5-7 वर्ष); और (3) दीर्घकालिक सरकारी जमा (12-15 वर्ष)।
- बंद होने की तिथि: वित्त मंत्रालय के अनुसार, 26 मार्च 2025 से सभी नए सोने के जमा को स्वीकार नहीं किया जाएगा, लेकिन मौजूदा जमा का निपटान जारी रहेगा।
- ब्याज दरें: मध्यम अवधि के बांडों पर ब्याज दर 2.25% और दीर्घकालिक बांडों पर 2.5% निर्धारित की गई थी, जो सरकार द्वारा RBI के परामर्श से तय की गई थी।
- अन्य योजनाएँ: यह सरकार द्वारा हाल ही में बंद की गई दूसरी सोने की योजना है, जिसमें सॉवरेन गोल्ड बॉंड्स का भी समावेश है।
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