भारत में अपशिष्ट प्रबंधन क्षेत्र को सुदृढ़ बनाना
- 11 Dec 2021
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने 6 दिसंबर, 2021 को 'स्वच्छ भारत मिशन - शहरी 2.0' (SBM-U 2.0) के समग्र दायरे के तहत भारत में अपशिष्ट प्रबंधन क्षेत्र को सुदृढ़ करने के लिए 'यूएनडीपी इंडिया' के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
(Image Source: https://pib.gov.in/)
- महत्वपूर्ण तथ्य: समझौता ज्ञापन, पांच वर्षों की अवधि (2021-26) के लिए है।
- 2014 में शुरुआत के बाद से स्वच्छ भारत मिशन-शहरी का मुख्य फोकस ‘ठोस अपशिष्ट प्रबंधन’ पर रहा है।
- नगरपालिका ठोस कचरे के ‘स्रोत पृथक्करण’ और ‘वैज्ञानिक प्रसंस्करण’ पर ध्यान केंद्रित करने के साथ, भारत में अपशिष्ट प्रसंस्करण क्षमता 2014 में 18% से लगभग 4 गुना बढ़कर वर्तमान में 70% हो गई है।
- प्रधानमंत्री द्वारा 1 अक्टूबर, 2021 को ‘कचरा मुक्त शहर’ बनाने के समग्र उद्देश्य हेतु स्वच्छ भारत मिशन - शहरी 2.0 के शुभारंभ के साथ प्लास्टिक कचरे पर विशेष ध्यान देने के साथ ही ‘सतत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन’ पर जोर दिया गया है।
- इसके अलावा SBM-U 2.0 ‘निर्माण एवं विध्वंस अपशिष्ट’ के जैव-उपचार और ‘प्लास्टिक अपशिष्ट’ प्रबंधन के साथ-साथ ‘100% अपशिष्ट प्रसंस्करण’ हासिल करने पर केंद्रित है।
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