इंसुलिन सिग्नलिंग का ऊतक स्वास्थ्य पर प्रभाव
- 08 Nov 2021
चूहों से ली गई यकृत कोशिकाओं पर इंसुलिन के प्रभाव की जांच करने वाले एक अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने खुलासा किया है कि कैसे इंसुलिन की मात्रा सिग्नलिंग नेटवर्क के माध्यम से सूचना के प्रवाह को आकार देती है।
महत्वपूर्ण तथ्य: यह अध्ययन अक्टूबर 2021 में 'प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज' में प्रकाशित किया गया है।
- इंसुलिन अग्न्याशय की ‘बीटा कोशिकाओं’ (beta cells) द्वारा स्रावित एक हार्मोन है। यह आमतौर पर ग्लूकोज चयापचय (glucose metabolism) को विनियमित करने की क्षमता से जुड़ा होता है।
- हालांकि, बाद के अध्ययनों (लगभग 1949 से हाल तक) ने दिखाया है कि यह एक बड़ी भूमिका निभाता है और ऊतकों के विकास और रखरखाव में मदद करता है।
- इंसुलिन सिग्नलिंग (Insulin signalling): यह कोशिका में एक महत्वपूर्ण तंत्र है, जो जैव रासायनिक प्रतिक्रियाओं की एक शृंखला है।
- 'इंसुलिन सिग्नलिंग' इंसुलिन की उपलब्धता और रक्त में ग्लूकोज को विनियमित करने की आवश्यकता के बारे में जानकारी देती है।
- 'एकेटी' (AKT) और 'ईआरके' (ERK) नामक इंसुलिन सिग्नलिंग के लिए दो मुख्य मार्ग हैं, जो एक साथ चयापचय और विकास को संतुलित करते हैं। ये विशेष रूप से यकृत में ग्लूकोज के भंडारण को नियंत्रित करते हैं और कंकाल की मांसपेशियों और वसा में ग्लूकोज परिवहन को भी उद्दीप्त (stimulate) करते हैं।
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