सामग्री रिकवरी सुविधा
- 03 Nov 2021
नीति आयोग और यूएनडीपी इंडिया ने 11 अक्टूबर, 2021 को देश में प्लास्टिक अपशिष्ट के स्थायी प्रबंधन बढ़ावा देने के लिए एक हैंडबुक का विमोचन किया, जिसमें शहरी स्थानीय निकायों को ‘सामग्री रिकवरी सुविधा’ (Material recovery facility: MRF) मॉडल अपनाने का सुझाव दिया गया है।
महत्वपूर्ण तथ्य: नीति आयोग ने सुझाव दिया है कि राज्यों के शहरी स्थानीय निकाय सामग्री रिकवरी सुविधा (Material recovery facility: MRF) मॉडल को अपनाएं और शहरी प्लास्टिक कचरे के स्थायी प्रबंधन के लिए इसे सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल के रूप में लागू करें।
- एक सामग्री रिकवरी सुविधा, जिसे सामग्री सुधार सुविधा या रीसाइक्लिंग सुविधा के रूप में भी जाना जाता है, एक विशेष संयंत्र है, जो अंतिम उपयोगकर्ता विनिर्माताओं को विपणन के लिए पुन: प्रयोज्य सामग्री (recyclable materials) प्राप्त करता है, अलग (separates) करता है और तैयार करता है।
- शहरी स्थानीय निकायों द्वारा समर्थित इस मॉडल को शुरू में निजी कंपनियों द्वारा वित्त पोषित किया जाता है तथा स्थानीय संगठनों और अपशिष्ट प्रबंधन एजेंसियों सहित सेवा प्रदाताओं द्वारा संचालित किया जाता है।
- यह मॉडल विनियमों का अनुपालन सुनिश्चित करता है और संसाधन उपयोग में सुधार करता है।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे