एक दुर्लभ बीमारी मेलियोइडोसिस
- 02 Nov 2021
अक्टूबर 2021 में एक मेडिकल जांच के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका में एक 'मेड-इन-इंडिया अरोमाथेरेपी स्प्रे' को एक दुर्लभ बीमारी 'मेलियोइडोसिस' (melioidosis) का कारण बताया जा रहा है। इसके बाद संयुक्त राज्य अमेरिका में खुदरा दिग्गज वॉलमार्ट द्वारा इस उत्पाद को हटाया जा रहा है।
(Image Source: Thehindu.com)
महत्वपूर्ण तथ्य: यू.एस. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार इस स्प्रे में एक जीवाणु, 'बर्कहोल्डरिया स्यूडोमलेली' (Burkholderia pseudomallei) पाये जाने की सूचना मिली थी, जो मेलियोइडोसिस नामक एक दुर्लभ लेकिन घातक बीमारी का कारण बनता है।
- रूम स्प्रे 'फ्लोरा क्लासिक इंक' (Flora Classique Inc) द्वारा निर्मित किया गया था और "बेटर होम्स एंड गार्डन" ब्रांड के तहत बेचा गया था।
- संयुक्त राज्य अमेरिका में मेलियोइडोसिस एक दुर्लभ लेकिन गंभीर बीमारी है, जिसमें सालाना लगभग 12 मामले सामने आते हैं।
- इसका कारक जीवाणु 'बर्कहोल्डरिया स्यूडोमलेली' अत्यंत मायावी है और इसकी पहचान करना कठिन होता है, साथ ही इस रोग के लक्षणों को अक्सर गलती से अन्य बीमारियों का लक्षण मान लिया जाता है।
- इसके उपचार में आमतौर पर अंतःशिरा (intravenously) के माध्यम से एंटी-माइक्रोबियल थेरेपी (anti-microbial therapy) का एक लंबा गहन कोर्स शामिल होता है।
- 2016 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक मॉडलिंग अध्ययन ने दुनिया भर में लगभग 165, 000 मामलों की वैश्विक घटनाओं की भविष्यवाणी की।
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