सुप्रीम कोर्ट ने की पेगासस आरोपों की जांच हेतु समिति गठित
- 02 Nov 2021
सरकार पर इजरायली स्पाइवेयर, पेगासस का इस्तेमाल करने संबंधी आरोपों की जांच करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 27 अक्टूबर, 2021 को पूर्व न्यायाधीश, न्यायमूर्ति आर.वी. रवींद्रन की निगरानी में एक स्वतंत्र विशेषज्ञ तकनीकी समिति गठित की है।
महत्वपूर्ण तथ्य: तकनीकी समिति के सदस्य डॉ. नवीन कुमार चौधरी (राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय, गांधीनगर के डीन); डॉ प्रभारन पी, (केरल में अमृता विश्व विद्यापीठम में प्रोफेसर); और डॉ. अश्विन अनिल गुमस्ते (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे में संस्थान पीठ एसोसिएट प्रोफेसर) हैं।
- तकनीकी समिति के काम की निगरानी में पूर्व न्यायाधीश रवींद्रन को, पूर्व भारतीय आईपीएस अधिकारी आलोक जोशी और अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण संगठन उप-समिति के अध्यक्ष डॉ. संदीप ओबेरॉय द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी।
- न्यायमूर्ति रवींद्रन ने 9 सितंबर, 2005 से 15 अक्टूबर, 2011 तक सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में कार्य किया। इससे पहले, वे मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे। न्यायमूर्ति रवींद्रन बीसीसीआई में सुधार के लिए 2015 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त आरएम लोढ़ा समिति का हिस्सा थे।
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