श्रीलंका में विदेशी मुद्रा संकट
- 22 Oct 2021
अक्टूबर 2021 में श्रीलंका ने गंभीर विदेशी मुद्रा संकट के बीच अपने कच्चे तेल की खरीद के भुगतान करने के लिए 'भारत-श्रीलंका आर्थिक साझेदारी व्यवस्था' के तहत भारत से 500 मिलियन डॉलर की ऋण सुविधा की मांग की है।
महत्वपूर्ण तथ्य: श्रीलंका के ऊर्जा मंत्री उदय गम्मनपिला द्वारा जनवरी 2022 तक ही ईंधन की मौजूदा उपलब्धता की चेतावनी के कुछ दिनों बाद यह कदम उठाया गया।
- महामारी के कारण पर्यटन और प्रेषण से देश की कमाई पर असर पड़ने के बाद श्रीलंका एक गंभीर विदेशी मुद्रा संकट का सामना कर रहा है।
- वैश्विक स्तर पर तेल की कीमतों में बढ़ोतरी ने श्रीलंका को इस साल तेल आयात पर अधिक खर्च करने के लिए मजबूर किया है।
- देश के सकल घरेलू उत्पाद में 2020 में रिकॉर्ड 3.6% का संकुचन हुआ है और जुलाई 2020 से एक साल में इसके विदेशी मुद्रा भंडार में आधे से अधिक गिरावट से यह 2.8 बिलियन डॉलर हो गया है।
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