पहला मलेरिया रोधी टीका
- 16 Oct 2021
एक ऐतिहासिक कदम में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 6 अक्टूबर, 2021 को पहले मलेरिया-रोधी टीके RTS, S/AS01 (RTS, S) को उपचार हेतु अनुमोदित किया है। इसका व्यावसायिक नाम 'मॉसक्यूरिक्स' (Mosquirix) है।
महत्वपूर्ण तथ्य: डब्ल्यूएचओ ने उप-सहारा अफ्रीका में और अन्य क्षेत्रों में मध्यम से उच्च प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम या पी. फाल्सीपेरम (P. Falciparum) मलेरिया संचरण वाले बच्चों के बीच मलेरिया के टीके के उपयोग की सिफारिश की है।
- यह सिफारिश घाना, केन्या और मलावी में चल रहे एक प्रायोगिक कार्यक्रम के परिणामों पर आधारित है।
- यह पहली मलेरिया वैक्सीन है, जिसने नैदानिक विकास प्रक्रिया को पूरा किया है; इसमें मलेरिया और जानलेवा गंभीर मलेरिया को कम करने की क्षमता देखी गयी है।
- उप-सहारा अफ्रीका में मलेरिया बाल्यावस्था बीमारी और मृत्यु का प्राथमिक कारण बना हुआ है। पांच साल से कम उम्र के 260, 000 से अधिक अफ्रीकी बच्चों की सालाना मलेरिया से मौत हो जाती है।
- मलेरिया एक परजीवी जनित जानलेवा बीमारी है, जो संक्रमित मादा एनोफिलीज (Anopheles) मच्छरों के काटने से फैलती है।
- 2019 में मलेरिया के अनुमानित 229 मिलियन मामले थे और मलेरिया से होने वाली मौतों की अनुमानित संख्या 409, 000 थी।
- 5 वर्ष से कम आयु के बच्चे मलेरिया से सबसे अधिक प्रभावित हैं; 2019 में, मलेरिया से होने वाली कुल मौतों में, 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों की संख्या 67% (274,000) थी।
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