स्वतंत्रता सेनानी और कवि सुब्रमण्यम भारती की शताब्दी पुण्यतिथि

  • 18 Sep 2021

उपराष्ट्रपति ने 11 सितंबर, 2021 को तमिलनाडु के महान कवि, समाज सुधारक और स्वतंत्रता सेनानी सुब्रमण्यम भारती (भरथियार) की शताब्दी पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

  • सुब्रमण्य भारती का जन्म 11 दिसंबर, 1882 को तमिलनाडु में तिरुनेलवेली जिले के एट्टयपुरम् गाँव में हुआ था। इन्हें ‘महाकवि भरथियार’ के नाम से जाना जाता है।
  • भारती को बाल गंगाधर तिलक से प्रेरणा मिली। उन्होंने 8 साल की उम्र में कविताएं लिखना शुरू कर दिया था।
  • इनकी प्रमुख साहित्यिक कृतियाँ ‘कण्णन पट्टू’, ‘निलावुम वन्मिनुम कत्रुम, (Nilavum Vanminum Katrum) ‘पांचाली सपथम’ तथा ‘कुयिल पट्टू’ थी।
  • सुब्रमण्यम भारती ज्यादातर धर्मनिरपेक्ष, राजनीतिक और आध्यात्मिक लेखन में सक्रिय रहे। वे रूस की बोल्शेविक क्रांति की महिमा का गायन करने वाले पहले एशियाई कवि भी थे।
  • भारती ने एक युवा पत्रकार के रूप में और एक उप-संपादक के रूप में नवंबर 1904 में "स्वदेशमित्रन" से अपना करियर शुरू किया। उन्होंने 1908 में ‘सुदेश गीतंगल’ नामक क्रांतिकारी रचना का प्रकाशन किया।
  • 11 सितंबर, 1921 को भारती का देहावसान हो गया था।