मल्टी-मोड हैंड ग्रेनेड
- 26 Aug 2021
24 अगस्त, 2021 को नागपुर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में 'मल्टी-मोड हैंड ग्रेनेड' (Multi-Mode Hand Grenades) का पहला बैच भारतीय सेना को सौंपा गया।
महत्वपूर्ण तथ्य: इसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के टर्मिनल बैलिस्टिक अनुसंधान प्रयोगशाला से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के बाद ‘इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड’ (Economic Explosives Limited- EEL) द्वारा विनिर्मित किया गया है।
- ग्रेनेड न केवल अधिक घातक है बल्कि उपयोग में भी सुरक्षित है। इसका डिजायन विशिष्ट है जो रक्षात्मक (fragmentation) तथा आक्रामक (stun) मोड में भी काम करता है।
- इसमें सटीक विलंब समय है, उपयोग में उच्च विश्वसनीयता है तथा ले जाने में सुरक्षित है।
- नए ग्रेनेड प्रथम विश्व युद्ध के विशिष्ट डिजायन के ग्रेनेड नंबर 36 का स्थान लेगा, जो अभी तक सेवा में है।
- EEL ने भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के लिए 10 लाख आधुनिक हैंड ग्रेनेड की आपूर्ति के लिए 1 अक्टूबर, 2020 को रक्षा मंत्रालय के साथ एक करार पर हस्ताक्षर किया था।
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