जाइकोव-डी को आपातकालीन उपयोग के लिए मिली मंजूरी
- 23 Aug 2021
20 अगस्त, 2021 को अहमदाबाद स्थित जायडस कैडिला (Zydus Cadila) द्वारा विकसित कोविड-19 वैक्सीन ‘जाइकोव-डी’ (ZyCoV-D) के लिए भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI) से आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिल गई है।
महत्वपूर्ण तथ्य: यह दुनिया का पहला और भारत का स्वदेशी तौर पर विकसित डीएनए आधारित कोविड-19 टीका है।
- इसका उपयोग बच्चों के साथ-साथ 12 साल से अधिक उम्र के वयस्कों के लिए किया जा सकता है।
- 'मिशन कोविड सुरक्षा' के तहत भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के साथ साझेदारी में विकसित और बीआईआरएसी (Biotechnology Industry Research Assistance Council -BIRAC) द्वारा कार्यान्वित जाइकोव-डी को नैदानिक पूर्व अध्ययन, पहले एवं दूसरे चरण के नैदानिक परीक्षण के लिए नेशनल बायोफार्मा मिशन के जरिये ‘कोविड-19 रिसर्च कंसोर्टिया’ के तहत और तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण के लिए ‘मिशन कोविड सुरक्षा’ के जरिये समर्थन दिया गया है।
- तीन खुराक वाला यह टीका लगाए जाने पर शरीर में SARS-CoV-2 वायरस के स्पाइक प्रोटीन का उत्पादन करता है और एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया हासिल करता है, जो बीमारी से सुरक्षा के साथ-साथ वायरस को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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