राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन- ताड़ तेल
- 12 Aug 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 अगस्त, 2021 को 11,000 करोड़ रुपये के ‘राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन-ताड़ तेल’ (National Edible Oil Mission-Oil Palm: NMEO-OP) की घोषणा की।
उद्देश्य: भारत को ताड़ के तेल सहित खाद्य तेल में आत्मनिर्भर बनाना तथा 2025-26 तक ताड़ के तेल (palm oil) के घरेलू उत्पादन को तीन गुना बढ़ाकर 11 लाख मीट्रिक टन करना।
महत्वपूर्ण तथ्य: आयात कम करने के उद्देश्य से पिछले कुछ वर्षों से भारत में तिलहन और ताड़ के तेल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र पहले से ही ‘तिलहन और ताड़ के तेल पर एक राष्ट्रीय मिशन’ (National Mission on Oilseeds and Oil Palm) चला रहा है।
- ताड़ का तेल एक खाद्य वनस्पति तेल है, जो ताड़ के तेल के फल से प्राप्त होता है।
- भारत अपनी घरेलू मांग के 60 प्रतिशत से अधिक को पूरा करने के लिए आयातित खाद्य तेल पर निर्भर है, क्योंकि घरेलू तिलहन उत्पादन कम है।
- भारत सालाना 13-15 मिलियन टन खाद्य तेल का आयात करता है, जिसमें से लगभग 55-60 प्रतिशत अकेले ताड़ का तेल है।
- ताड़ का तेल बड़े पैमाने पर मलेशिया और इंडोनेशिया से आयात किया जाता है, जिनके लिए भारत सबसे बड़ा उपभोक्ता है।
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