संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषदकी उच्च स्तरीय खुली बहस
- 10 Aug 2021
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 9 अगस्त, 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से "समुद्री सुरक्षा को बढ़ावा: अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता” विषय पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की उच्च स्तरीय खुली बहस की अध्यक्षता की।
महत्वपूर्ण तथ्य: नरेन्द्र मोदी, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की खुली बहस की अध्यक्षता करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं।
- खुली बहस में समुद्री अपराध और असुरक्षा का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने तथा समुद्री क्षेत्र में समन्वय को मजबूत करने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
- प्रधानमंत्री मोदी ने पांच-सिद्धांत ढांचे की रूपरेखा सामने रखी।
- पहला सिद्धांत: वैध समुद्री व्यापार से बाधाएं हटानी होंगी;
- दूसरा सिद्धांत: समुद्री विवाद का समाधान शांतिपूर्ण और अंतरराष्ट्रीय कानून के आधार पर ही होना चाहिए;
- तीसरा सिद्धांत: प्राकृतिक आपदाओं और गैर-राज्य अभिकर्ताओं (non-state actors) द्वारा पैदा किए गए समुद्री खतरे का मिल कर सामना करना चाहिए;
- चौथा सिद्धांत: समुद्री वातावरण और समुद्री संसाधन को संजो कर रखना होगा;
- पांचवा सिद्धांत: जिम्मेदार समुद्री संपर्क को प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए।
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2015 में 'सागर' यानी क्षेत्र में सभी की सुरक्षा और विकास के दृष्टिकोण (SAGAR: Security and Growth for all in the Region) को सामने रखा।
- 2019 में, पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में, भारत प्रशांत समुद्री पहल (Indo-Pacific Oceans’ Initiative- IPOI) के माध्यम से इस विचार को और विस्तार दिया गया था। इसके तहत समुद्री सुरक्षा के सात स्तंभों को रेखांकित किया गया था, जिनमें शामिल हैं- समुद्री पारितंत्र; समुद्री संसाधन; क्षमता निर्माण और संसाधन साझाकरण; आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन; विज्ञान, प्रौद्योगिकी और शैक्षणिक सहयोग; व्यापार संपर्क; और समुद्री परिवहन।
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