पुर्तगाली भाषा के देशों का समुदाय
- 05 Aug 2021
विदेश मंत्रालय के अनुसार भारत जुलाई 2021 में ‘पुर्तगाली भाषा के देशों के समुदाय’ (Community of Portuguese Language Countries- CPLP) में सहयोगी पर्यवेक्षक के रूप में शामिल हो गया है।
CPLP का मुख्य उद्देश्य: पुर्तगाली भाषा का प्रचार और प्रसार; CPLP के सदस्य देशों के बीच राजनीतिक और राजनयिक सहयोग तथा शिक्षा, स्वास्थ्य, विज्ञान और प्रौद्योगिकी आदि सहित सभी क्षेत्रों में सहयोग।
महत्वपूर्ण तथ्य: पुर्तगाली भाषा के देशों का समुदाय (CPLP) को ‘लूसोफोन कॉमनवेल्थ' (Lusophone Commonwealth) के नाम से भी जाना जाता है।
- यह चार महाद्वीपों में लूसोफोन राष्ट्रों का एक अंतरराष्ट्रीय संगठन और राजनीतिक संघ है, जहां पुर्तगाली एक आधिकारिक भाषा है।
- यह 'लूसोफोन देशों' (Lusophone countries) के साथ भारत के ऐतिहासिक संबंधों को मजबूत करने के लिए एक नया मंच स्थापित करता है।
- CPLP में 9 सदस्य देश और 32 सहयोगी पर्यवेक्षक शामिल हैं, जो यूरोप, दक्षिण अमेरिका, एशिया, अफ्रीका और ओशिनिया में स्थित हैं, जिसमें कुल 37 देश और 4 संगठन हैं।
- 9 सदस्य देश- अंगोला, ब्राजील, केप वर्डे, गिनी-बिसाऊ, मोजाम्बिक, पुर्तगाल और साओ टोम और प्रिंसिप। 2002 में तिमोर-लेस्ते तथा 2014 में इक्वेटोरियल गिनी नौवां पूर्ण सदस्य बना।
- पुर्तगाली भाषा देशों का समुदाय आधिकारिक तौर पर 17 जुलाई, 1996 को लिस्बन, पुर्तगाल में स्थापित किया गया था।
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