स्क्वायर किलोमीटर एरे ऑब्जर्वेटरी
- 10 Jul 2021
1 जुलाई, 2021 को दुनिया के प्रस्तावित सबसे बड़े रेडियो टेलीस्कोप 'स्क्वायर किलोमीटर एरे ऑब्जर्वेटरी' (Square Kilometre Array Observatory- SKAO) के निर्माण की शुरुआत हो गई।
महत्वपूर्ण तथ्य: 2029 तक पूरी तरह से चालू हो जाने के बाद, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में बनने वाला SKAO सालाना 710 पेटाबाइट्स का खगोलीय डेटा जारी करेगा।
- SKAO दक्षिण अफ्रीका में स्थित 197 डिश और पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में 1,31,072 एंटेना की एक शृंखला होगी और 50 मेगाहर्ट्ज -15.3 गीगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी रेंज में संचालित होगी।
- SKAO टेलीस्कोप, विज्ञान की अज्ञात सीमाओं का पता लगाएंगे और आकाशगंगाओं के निर्माण और विकास, चरम वातावरण में मौलिक भौतिकी और जीवन की उत्पत्ति सहित प्रमुख प्रक्रियाओं की हमारी समझ को बढ़ाएंगे।
- इस परियोजना में भाग लेने वाले 16 देशों में से ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, यूनाइटेड किंगडम, इटली, नीदरलैंड, पुर्तगाल और चीन वर्तमान में सदस्य देश हैं। भारत, जर्मनी, फ्रांस, कनाडा, जापान, स्पेन, स्विटजरलैंड, स्वीडन और दक्षिण कोरिया वर्तमान में पर्यवेक्षक सदस्य राष्ट्र हैं और औपचारिक रूप से सदस्य राष्ट्र बनने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
- इस परियोजना का नेतृत्व अब एक गैर-लाभकारी कंपनी 'स्क्वायर किलोमीटर एरे संगठन' कर रहा है। संगठन की स्थापना दिसंबर 2011 में हुई थी। फरवरी 2021 में, SKAO ने एक अंतर-सरकारी संगठन के रूप में आकार लिया है। SKAO संगठन का मुख्यालय यूनाइटेड किंगडम में है।
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