एशिया में विचरण करने वाले विशालकाय गैंडों की नई प्रजाति
- 26 Jun 2021
'कम्युनिकेशंस बायोलॉजी' शोध पत्रिका में 17 जून, 2021 को प्रकाशित एक शोध के अनुसार, उत्तर पश्चिमी चीन के गांसु प्रांत में विशाल गैंडों की एक नई प्रजाति के जीवाश्म पाए गए, जो 26 मिलियन साल से भी अधिक समय पहले अस्तित्व में थे।
महत्वपूर्ण तथ्य: लिंक्सिया बेसिन (Linxia basin) के लाल-भूरे रंग के बलुआ पत्थर में पाए गए खोपड़ी और दो कशेरुकाओं (two vertebrae) सहित जीवाश्म इस बात पर प्रकाश डालते हैं कि कैसे प्राचीन गैंडे, जो धरती पर विचरण करने वाले अब तक के सबसे विशाल स्तनधारियों में से एक थे, विकसित हुए और एशिया में पाए गए।
- विशाल गैंडों के जीवाश्म पाकिस्तान में हिमालय के सुदूर किनारे पर भी पाए गए हैं, जो यह संकेत देता है कि 'तिब्बत', एक पठार के रूप में, तब अस्तित्व में नहीं था और इन विशाल गैंडों के आवागमन में बाधक नहीं था।
- विशाल गैंडे की इस नई खोजी गई प्रजाति को 'पेसेराथेरियम लिंक्सिएन्स' (Pacearratherium linxiaense) कहा जाता है, जो सींग रहित, लंबी गर्दन वाले शाकाहारी थे। इनका वजन कई हाथियों के बराबर लगभग 20 टन था और संभवत: खुले जंगलों में रहते थे।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे