भारत में माल परिवहन के लिए रोडमैप
- 11 Jun 2021
9 जून, 2021 को नीति आयोग, रॉकी माउंटेन इंस्टिट्यूट (RMI) और RMI इंडिया की नई रिपोर्ट, ‘भारत में फास्ट ट्रैकिंग फ्रेट: स्वच्छ और लागत प्रभावी माल परिवहन के लिये एक रोडमैप’ (Fast Tracking Freight in India: A Roadmap for Clean and Cost-Effective Goods Transport) प्रकाशित की गई।
रिपोर्ट की मुख्य बातें: भारत में अपनी लॉजिस्टिक लागत में जीडीपी के 4% तक कमी लाने की क्षमता;
2020-2050 के बीच संचयी कार्बन डाइ-ऑक्साइड उत्सर्जन का 10 गीगाटन बचाने की क्षमता; तथा
2050 तक नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) और पार्टिकुलेट मैटर (PM) उत्सर्जन में क्रमशः 35% और 28% तक कमी करने की क्षमता है।
- 2050 तक भारत की माल परिवहन गतिविधि पांच गुनी हो जाएगी और लगभग 400 मिलियन नागरिक शहरों की ओर रुख करेंगे।
- रिपोर्ट नीति, प्रौद्योगिकी, बाजार, व्यवसाय मॉडल तथा अवसंरचना विकास से संबंधित माल परिवहन क्षेत्र के समाधान को रखांकित करती है। इनमें रेल नेटवर्क की क्षमता बढ़ाना, वेयरहाउसिंग और ट्रक परिचालन पद्धति में सुधार, स्वच्छ प्रौद्योगिकी अपनाने हेतु पायलट परियोजनाएं और ईंधन अर्थव्यवस्था के कठोर मानक शामिल हैं।
- इन समाधानों से भारत 2020 और 2050 के बीच 311 लाख करोड़ रुपए मूल्य के लॉजिस्टिक ईंधन (Logistics Fuel) की बचत कर सकता है।
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