एशियाई शहरों को सबसे ज्यादा पर्यावरणीय जोखिम
- 01 Jun 2021
शोध फर्म 'वेरिस्क मैपलक्रॉफ्ट' (Verisk Maplecroft) द्वारा 13 मई, 2021 को जारी ‘पर्यावरण जोखिम परिदृश्य 2021’ के अनुसार, एशियाई शहर वायु प्रदूषण और प्राकृतिक आपदाओं सहित पर्यावरणीय मुद्दों से सबसे अधिक जोखिम का सामना कर रहे हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य: 100 सबसे संवेदनशील (vulnerable) शहरों में से, 99 शहर एशिया में स्थित हैं। पेरू की राजधानी लीमा दुनिया के शीर्ष 100 जोखिम भरे शहरों में शामिल होने वाला एकमात्र गैर-एशियाई शहर है।
- इन 100शहरों में से, लगभग 37चीन में और 43भारत में हैं। सर्वाधिक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के मामले में चीन और भारत क्रमश: दुनिया में पहले और तीसरे स्थान पर हैं।
- 576शहरों की सूची में ग्लासगो (Glasgow) को सबसे सुरक्षित शहर का दर्जा दिया गया था।
- जकार्ता इस सूची में सबसे ऊपर था और दुनिया का सबसे जोखिम भरा शहर था।
- चीन के शहर डोंगगुआन (Dongguan) और गुआंगझू (Guangzhou) उन शहरों की सूची में सबसे ऊपर है, जो प्राकृतिक आपदा के खतरों का सामना कर रहे हैं। उनके बाद जापान के ओसाका और टोक्यो शहर आंधी और भूकंप की चपेट में हैं।
- विश्व स्तर पर, 414 शहरों में रहने वाले लगभग 1.5 अरब लोग प्रदूषण, पानी की कमी, अत्यधिक गर्मी, प्राकृतिक खतरों और जलवायु परिवर्तन के शारीरिक प्रभावों से उच्च जोखिम में रह रहे हैं।
भारत की स्थिति: 20 सबसे अधिक जोखिम वाले शहरों में से 13 भारत में हैं। यह मुख्य रूप से वायु और जल प्रदूषण के कारण है।
- 576 शहरों के वैश्विक सूचकांक में दिल्ली दूसरे स्थान पर है, इसके बाद चेन्नई (तीसरे), आगरा (छठे), कानपुर (10वें), जयपुर (22वें), लखनऊ (24वें), बेंगलुरू (25वें) और मुंबई (27वें) स्थान पर है।
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