घोलवड सपोटा ‘चीकू’
- 20 May 2021
भौगोलिक संकेत (जीआई) प्रमाणित उत्पादों के निर्यात को प्रमुखता से बढ़ावा देने के लिए, महाराष्ट्र के पालघर जिले से ‘दहानु घोलवड सपोटा’ (चीकू) (Dahanu Gholvad Sapota) की एक खेप को 19 मई, 2021 को यूनाइटेड किंगडम भेजा गया।
महत्वपूर्ण तथ्य: घोलवड सपोटा का जीआई प्रमाणीकरण ‘महाराष्ट्र राज्य चीकू उत्पादक संघ’ के पास है और यह फल अपने ‘मीठे और बेहतरीन स्वाद’ के लिए जाना जाता है।
- ऐसा माना जाता है कि ‘घोलवड गांव’ की ‘कैल्शियम समृद्ध मिट्टी’ से इसमें अद्वितीय स्वाद उत्पन्न होता है।
- वर्तमान में पालघर जिले में लगभग 5000 हेक्टेयर भूमि में सपोटा या वृक्षारोपण किया जाता है।
- सपोटा को कई राज्यों- कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में उगाया जाता है। ‘कर्नाटक’ को इस फल का सबसे अधिक उत्पादक माना जाता है, इसके बाद महाराष्ट्र में उगाया जाता है।
- इसका उपयोग फलों के सलाद में, दूध या दही में मिश्रित करके, चटनी के रूप में अथवा जैम बनाने के रूप में किया जा सकता है।
- इस महीने की शुरुआत में, आंध्र प्रदेश के कृष्णा और चित्तूर जिलों के किसानों से प्राप्त 2.5 मीट्रिक टन जीआई प्रमाणित ‘बंगनपल्ली’ (Banganapalli) और ‘सुरवर्णरेखा’ (Survarnarekha) आम की एक खेप दक्षिण कोरिया को निर्यात की गई थी।
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