वैश्विक इलेक्ट्रिक वाहन परिदृश्य 2021 (
- 19 May 2021
अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने 29 अप्रैल, 2021 को 'वैश्विक इलेक्ट्रिक वाहन परिदृश्य 2021' (Global Electric Vehicle Outlook 2021) जारी किया।
महत्वपूर्ण तथ्य: 2021 की पहली तिमाही में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में उसी अवधि में 2020 की तुलना में 140% की वृद्धि हुई।
- 2020 में, इलेक्ट्रिक वाहनों पर उपभोक्ता खर्च 120 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जबकि कार पंजीकरण में 2019 के मुकाबले 41% की वृद्धि हुई।
- अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IAE) के अनुसार, पिछले साल कुल कार बिक्री में 4.6% हिस्सा इलेक्ट्रिक कारों का था।
- 2020 में वैश्विक औसत बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन की कीमत लगभग 40,000 डॉलर थी और प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन के लिए यह 50,000 डॉलर थी।
- रिपोर्ट के अनुसार चीन सबसे ज्यादा खर्च करने वाला देश बनकर उभरा है। चीन में लगभग 500,000 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे गए, जो वैश्विक स्तर पर ऑटोमोबाइल के लिए सबसे बड़ा बाजार है। इसके बाद पूरे यूरोप में 450,000 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे गए।
- भारत के बारे में: 2030 तक भारत में नए वाहनों की बिक्री में 30% से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन होंगे।
- फेम II नीति के तहत सरकारी खर्च की कमी ने इलेक्ट्रिक वाहनों की प्रविस्तारण (deployment) में बाधा डाली है। फेम II के तहत आवंटित धन का केवल 3% ही कुल 30,000 वाहनों के लिए उपयोग किया गया है।
- कुल 10,000 करोड़ रुपये के परिव्यय वाली फेम इंडिया योजना का दूसरा चरण 2019-20 से 2021-22 तक तीन वर्षों के लिए लागू किया जा रहा है।
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