जीनोम इंडिया परियोजना
- 11 Feb 2020
- 7 फरवरी 2020 को सरकार ने एक महत्वाकांक्षी जीन-प्रतिचित्रण परियोजना,जीनोम इंडिया परियोजना (GIP) को मंजूरी दी.जिसे "भारत की विशाल आनुवंशिक विविधता की ओर बढ़ा पहला कदम" के रूप में बताया जा रहा है.
आवश्यकता
- विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान केजीनोमिक आंकणों मेंभारतीय जातीयता को नजरंदाज किया गया है और विविध आबादी वाले देश का जीनोम खनन में दुनिया भर के शोधकर्ताओं की रूचि बनी है.
- यहाँ उपलब्ध 95% से अधिक जीनोम नमूनों में आवश्यक पाया गया है कि इसके शोध के आधार के रूप में सफेद को केशियान जीनोम काइस्तेमाल करें. जो दवा और औषध विज्ञानमें नए और अत्याधुनिक अनुसंधान का भीआधार है.
- अगली पीढ़ी की दवा, कृषि और जैव विविधता प्रबंधन के लिए भारत के आनुवंशिक परिदृश्य का प्रतिचित्रणमहत्वपूर्ण है.
जीनोम इंडिया परियोजना के बारे में
- जीनोम इंडिया परियोजना को बेंगलुरु में स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस के सेंटर फॉर ब्रेन रिसर्च के नेतृत्व में रहेगा. जो लगभग 20 संस्थानों का केंद्रीय बिंदु होगा.इनमें सेप्रत्येक अपने-अपने नमूने एकत्र कर, उसकी गणना करके उन नमूनों पर शोध करने काम कर रहे हैं.
- यह परियोजना भारतीय जीनोम के नमूने के लिए,पहले चरण में भारत भर से एकत्रित10,000 नमूनों का प्रतिचित्रण किया जाएगा.
- इस विकास का समर्थन करने के लिएसरकार ने दो नई राष्ट्रीय स्तर की विज्ञान योजनाएं शुरू करेगी. जो एक व्यापक आंकड़ा कोष बनायेगा.
जीनोम
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जीनोम इंडिया परियोजना का प्रभाव
भारतीय संदर्भ के जीनोम का निर्माण
- भारतीय आबादी के पैमाने और विविधता के कारण जीनोम इंडिया परियोजना,मानव प्रजातियों पर उपलब्ध जानकारी को जुटाने और उसके कारणों को आगे बढ़ाने में बहुत मदद करेगा.
- अंततः इसका उद्देश्यभारतीय "संदर्भ जीनोम" का जाल (Grid) तैयार करना जिससे बीमारियों के लक्षणों के प्रकार व प्रकृति को पूरी तरह समझा जा सके.जिसमें विविध भारतीय आबादी शामिल है. उदाहरण के लिएयदि पूर्वोत्तर एक विशिष्ट बीमारी की ओर झुकाव देखता है तो सार्वजनिक स्वास्थ्य की सहायता से उस क्षेत्र में हस्तक्षेप किया जा सके. इससे बीमारियों से लड़ने में आसानी होगी.
स्वास्थ्य देखभाल जीनोमिक्स
- रोगियों के जीनोम का सबसे स्पष्ट उपयोग व्यक्तिगत चिकित्सा, प्रत्याशित रोगों के उपचार में होगा.
- उदाहरण के लिएहृदय रोगकी वजह से आमतौर पर दक्षिण एशियाई लोगों में दिल का दौरा पड़ता है, लेकिन अफ्रीका के भी अधिकांश हिस्सों में ऐसा होता है.
- अगर बीमारी के प्रति ऐसी प्रवृत्ति को जीनोम में बदलाव करके प्रतिचित्रित किया जा सकता हैतो कह सकते हैं कि सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था में हस्तक्षेप कर इसे बेहतर किया जा सकता है. इससे प्रत्याशित रोगों का अनुमान,उसके विकसित होने से पहले लगाया जा सकता है.
कृषि जीनोमिक्स
- इससे जंग और हानिकारक कीटों की संवेदनशीलता से लेकरविनाष तक के आनुवंशिक आधार की बेहतर समझ विकसित करने में मदद मिलेगी. जिससे फसलों में सुधार होगा और पैदावार बढ़ेगी.
- इसके अलावाहानिकारक कीट पतंगों को आनुवंशिक रूप से रोकना संभव हो सकता है. जिससे रसायनों पर निर्भरता कम होगी.
ग्लोबल साइंस में योगदान
- दुनिया के सबसे विविध जीनी समुच्चयों में से एक का ख़ाका तैयार करने से वैश्विक विज्ञान भी लाभान्वित होगा. जो पौधों से लेकर मनुष्यों तक,पुरानी दुनिया के विभिन्न जीवन रूपों की एक श्रृंखला का प्रसार और प्रवास का ख़ाका बनाने के लिए उपयोगी आंकड़ा प्रदान करेगा.
शामिल किए गए मुद्दे
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जीनोम प्रतिचित्रण
- जीनोम प्रतिचित्रण का अर्थ है कि गुणसूत्र के किसी विशेष क्षेत्र के किसी विशिष्ट जीन के स्थान का पता लगाना और उस गुणसूत्र पर अन्य जीनों के बीच की सापेक्ष दूरी का निर्धारण करना.
- अल्फ्रेड स्त्रुटवैंट द्वारा पहली बार आनुवंशिक नक्शा बनाया गया था. जबकि उन्होंने थॉमस हंट मॉर्गन के साथ सिरका मक्खी(Drosophila melanogaster) पर काम किया था.
- जीनोम प्रतिचित्रणने मानव जीनोम परियोजना के लिए एक महत्वपूर्ण प्रारंभिक बिंदु प्रदान किया.
- एक सेंटीमॉन एक ऐसी इकाई है जिसका उपयोग आनुवंशिक कड़ी को मापने के लिए किया जाता है. एक सेंटीमीटर एक प्रतिशत संभावना के बराबर होता है जो कि एक क्रोमोजोम पर एक निशान एक ही पीढ़ी में एक ही क्रोमोसोम पर एक दूसरे निशान से अलग होगा.
प्रकार
- आनुवंशिक प्रतिचित्रण: यह अर्धसूत्रीविभाजन (एक प्रकार का कोशिका विभाजन) के दौरान गुणसूत्रों के बीच या विभिन्न क्षेत्रों के बीच आनुवंशिक जानकारी के फेरबदल को देखता है.
- शारीरिक प्रतिचित्रण: यह ज्ञात डीएनए अनुक्रमों (जीनों सहित) के बीच भौतिक दूरी को देखते हुए उनके बीच के आधार जोड़ों की संख्या (A-T, C-G) के लिए काम करता है.
मानव जीनोम परियोजना (HGP)
नैतिक, कानूनी और सामाजिक निहितार्थ (ELSI) कार्यक्रम
चार केंद्रित क्षेत्र
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जीनोम प्रतिचित्रण (Genome mapping) और जीनोम अनुकरण (Genome Sequencing) में अंतर
- जीन प्रतिचित्रण और जीन अनुक्रमण के बीच मुख्य अंतर यह है कि जीन प्रतिचित्रण जीन के स्थान और जीन के भीतर उनकी सापेक्ष दूरी की पहचान करता है जबकि जीन अनुक्रमण न्यूक्लियोटाइड्स के क्रम से बाहर निकलता है, जो जीनोम में जीन बनाता है.
- इसके अलावाजीन प्रतिचित्रण के परिणाम कम-विस्तृत परिणाम में होते हैं जबकि जीन अनुक्रमण का परिणाम पूरी तरह से विस्तृत होता है.