तीन भारतीय परमाणु संस्थान अमेरिकी प्रतिबंध सूची से बाहर

  • 16 Jan 2025

15 जनवरी, 2025 को, संयुक्त राज्य अमेरिका ने तीन भारतीय परमाणु संस्थाओं - भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी), इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र (आईजीएसीआर) और इंडियन रेयर अर्थ्स (आईआरई) - को अपनी प्रतिबंध सूची से हटा दिया।

मुख्य तथ्य:

  • प्रतिबंधों को हटाना: यह कदम 2008 में हस्ताक्षरित ऐतिहासिक भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु समझौते के कार्यान्वयन को सुगम बनाने के उद्देश्य से है।
  • भारत-अमेरिका सहयोग: यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन की उस घोषणा के बाद आया है जिसमें कहा गया था कि अमेरिका भारतीय और अमेरिकी कंपनियों के बीच असैन्य परमाणु सहयोग के लिए बाधाओं को दूर करेगा।
  • तीन भारतीय परमाणु संस्था
    • भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) : यह भारत की प्रमुख परमाणु अनुसंधान सुविधा है, जिसकी स्थापना 1954 में हुई थी। इसका मुख्यालय मुंबई में है और यह रिएक्टर, रेडियोआइसोटोप और परमाणु चिकित्सा सहित परमाणु विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कार्य करता है।
    • इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र (IGCAR) : यह तमिलनाडु के कलपक्कम में स्थित एक अनुसंधान केंद्र है। 1984 में स्थापित, यह परमाणु ऊर्जा विभाग (DAE) का हिस्सा है और मुख्य रूप से फास्ट ब्रीडर रिएक्टर और उन्नत परमाणु प्रणालियों के क्षेत्र में कार्य करता है।
    • इंडियन रेयर अर्थ्स लिमिटेड (IREL): यह भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम है। इसकी स्थापना भारत में दुर्लभ मृदा खनिजों और उनके यौगिकों के विकास और दोहन को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। इसका मुख्यालय मुंबई में है।
  • प्रभाव: प्रतिबंध सूची से इन संस्थाओं को हटाने से भारत और अमेरिका के बीच असैन्य परमाणु प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ने की उम्मीद है।