उमंगोट नदी पर पनबिजली परियोजना का विरोध
- 26 Apr 2021
अप्रैल 2021 में मेघालय के कम से कम 12 गाँवों ने भारत की सबसे साफ नदी मानी जाने वाली उमंगोट पर 210 मेगावाट की पनबिजली परियोजना का भारी विरोध किया है।
- ये गाँव ईस्ट खासी हिल्स जिले में बांग्लादेश की सीमा के पास स्थित हैं, लेकिन बांध नदी के उपरी क्षेत्र में वेस्ट जैंतिया हिल्स जिले के निकटवर्ती क्षेत्र में प्रस्तावित है।
- यह परियोजना मेघालय ऊर्जा निगम लिमिटेड (MeECL) द्वारा निष्पादित की जानी है। बांध के कारण उमंगोट से सटे गांवों के लोगों की 296 हेक्टेयर जमीन डूब जाने की आशंका है।
उमंगोट नदी: नदी का पानी इतना साफ है कि नदी के तल पर नावों की छाया दिखने के अलावा इस पर नाव के चलने पर ऐसा लगता है कि मानो वह किसी कांच के पारदर्शी टुकड़े पर तैर रही हो।
- यह नदी भारत-बांग्लादेश सीमा के पास वेस्ट जयंतिया हिल्स जिले के एक छोटे से लेकिन व्यस्त शहर दॉकी (Dawki) से होकर बहती है।
- यह नदी रि पनार (जयंतिया हिल्स की) और हिमा खिरिम (खासी हिल्स की) के बीच की प्राकृतिक सीमा है, जिसके ऊपर एक एकल झूला पुल है।
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