कोविड महामारी के कारण मातृ मृत्यु दर में वृद्धि
- 06 Apr 2021
अप्रैल 2021 में 'द लैंसेट ग्लोबल हेल्थ जर्नल’ (The Lancet Global Health journal) में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, कोविड-19 महामारी से निपटने में स्वास्थ्य प्रणाली की विफलता के कारण मातृ मृत्यु दर और गर्भपात (maternal deaths and stillbirths) के मामलों में वृद्धि हुई है।
महत्वपूर्ण तथ्य: गर्भपात के मामलों में 28% की वृद्धि हुई और गर्भावस्था या प्रसव के दौरान मातृ मृत्यु दर का जोखिम लगभग एक-तिहाई बढ़ गया है। मातृ अवसाद (maternal depression) में भी वृद्धि हुई।
- गर्भावस्था के परिणामों पर कोविड-19 का प्रभाव गरीब देशों पर बहुत अधिक था।
- स्वास्थ्य प्रणाली की अक्षमता और महामारी से निपटने में असमर्थता के कारण सख्त लॉकडाउन उपायों के चलते स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं तक पहुंच कम हो गई।
- भारत में 2020 में अप्रैल और जून के बीच राष्ट्रीय लॉकडाउन के महीनों के दौरान, 2019 में इसी अवधि की तुलना में, चार या उससे अधिक प्रसव-पूर्व जांच प्राप्त करने वाली गर्भवती महिलाओं में 27% गिरावट, संस्थागत प्रसव में 28% की गिरावट और जन्मपूर्व सेवाओं में 22% की गिरावट दर्ज की गई।
- यह रिपोर्ट ब्राजील, मैक्सिको, अमेरिका, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, डेनमार्क, नीदरलैंड, इटली, भारत, चीन और नेपाल सहित 17 देशों में किये गए 40 अध्ययनों के विश्लेषण के आधार पर तैयार की गई है।
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