2019-20 में राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मिशन की प्रगति

  • 24 Mar 2021

( 23 March, 2021, , www.pib.gov.in )


23 मार्च, 2021 को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में वित्त वर्ष 2019-20 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की प्रगति के बारे में जानकारी दी गई।

महत्वपूर्ण तथ्य: बच्चों में ‘निमोनिया से होने वाली मौतों की संख्या में कमी लाने की दिशा में सामाजिक जागरूकता एवं कार्रवाई संबंधी कार्यक्रम- सांस’ (Social Awareness and Actions to Neutralize Pneumonia Successfully- SAANS) पहल शुरू की गई।

  • गर्भवती महिलाओं के लिए सम्माजनक और गुणवत्तापूर्ण नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए ‘सुरक्षित मातृत्व आश्वासन’ (सुमन) पहल शुरू की गई है।
  • प्रसव कराने के लिए बेहतर प्रशिक्षित नर्सों को तैयार करने के उद्देश्य से इंटरनेशनल कन्फेडरेशन ऑफ मिडवाइव्ज (International Confederation of Midwives) के दिशा-निर्देशों के अनुसार ‘मिडवाइफरी सेवाएं’ शुरू की गई है।

लक्ष्य: मातृत्व मृत्यु दर में कमी करते हुए इसे प्रति 1000 जीवित जन्म पर 1 तक लाना;

  • शिशु मृत्यु दर में कमी करते हुए इसे प्रति 1000 जीवित जन्म पर 25 तक लाना;
  • कुल प्रजनन दर (टीएफआर) को कम करते हुए 2.1 स्तर तक लाना;
  • मलेरिया से प्रतिवर्ष होने वाली मौतों को प्रति1000 पर 1 से कम करना;
  • देश में वर्ष 2025 तक तपेदिक (टीबी) महामारी को समाप्त करना।

पृष्ठभूमि: 2013 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के एक उप-मिशन के रूप में राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन (एनयूएचएम) को मंजूरी दी गई थी। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) की शुरूआत 2005 में की गई थी। एनआरएचएम भी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का एक उप-मिशन है।