हिंद महासागर में जीवों की आनुवांशिक विविधता का मानचित्रण
- 19 Mar 2021
वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद -राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान (CSIR-NIO), गोवा ने हिंद महासागर में जीवों की आनुवांशिक विविधता का मानचित्रण करने के लिए एक परियोजना शुरू की है। यह समुद्री रहस्यों की परतें खोलने में मददगार हो सकती है।
महत्वपूर्ण तथ्य: इस परियोजना को CSIR द्वारा अपनी प्रमुख परियोजनाओं में से एक TraceBioMe के तहत समर्थन प्रदान किया जा रहा है।
- 30 वैज्ञानिकों का एक 90-दिवसीय अभियान अनुसंधान पोत सिंधु साधना पर 15 मार्च को विशाखापत्तनम से रवाना हुआ, जो 9,000 समुद्री मील कवर करते हुये मई के अंत तक गोवा में समाप्त होगा।
- इस परियोजना में हिंद महासागर के विभिन्न हिस्सों में पानी, तलछट, प्लवक और विभिन्न प्रकार के जीवों की मौजूदगी का अध्ययन करने की परिकल्पना की गई है।
- हिंद महासागर के विभिन्न हिस्सों में आणविक स्तर पर समुद्र के पारिस्थितिक तंत्र की आंतरिक कार्यप्रणाली को समझने की कोशिश की जाएगी।
- जीनोम के निष्कर्षो के साथ शोधकर्ता समुद्री सूक्ष्म जीवों पर जलवायु परिवर्तन, बढ़ते प्रदूषण और पोषक तत्वों की कमी के प्रभाव का आकलन करने का प्रयास करेंगे। पहले चरण में सूक्ष्म जीवों की जांच की जाएगी।
- इस परियोजना के तहत उत्पन्न डेटा से SDG-14 लक्ष्यों को प्राप्त करने में लंबे समय तक मदद मिलेगी, जिसका उद्देश्य महासागरों, समुद्रों और समुद्री संसाधनों का संरक्षण और सतत उपयोग करना है।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे