पीएसएलवी- सी51
- 16 Mar 2021
28 फरवरी, 2021 को इसरो द्वारा भारत के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान 'पीएसएलवी- सी51' (PSLV- C51) के माध्यम से अमेजोनिया-1 तथा 18 सह-यात्री उपग्रहों को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र SHAR, श्रीहरिकोटा से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया।
महत्वपूर्ण तथ्य: ब्राजील के ऑप्टिकल पृथ्वी प्रेक्षण उपग्रह ‘अमेजोनिया-1 तथा 18 अन्य उपग्रह (भारत के पांच तथा अमेरिका के तेरह उपग्रहों) को अंतरिक्ष में भेजा गया।
- 637 किग्रा. वजन के अमेजोनिया-1 (Amazonia-1), पूर्ण रूप से ब्राजील निर्मित पहला उपग्रह है, जो अमेजन के जंगलों की निगरानी करने में मदद करेगा। इस मिशन का जीवनकाल 4 वर्ष का है।
- अमेजोनिया-1 को सूर्य-तुल्यकालिक ध्रुवीय कक्षा में 758 किमी. की उंचाई पर अपनी निर्धारित कक्षा में पहुँचाया गया है।
भारत द्वारा भेजे गए उपग्रह: आत्मनिर्भर पहल और अंतरिक्ष निजीकरण के लिए एकजुटता और कृतज्ञता दिखाने के लिए चेन्नई के स्पेस किड्ज इंडिया द्वारा निर्मित सतीश धवन सैटेलाइट (SDSAT) के शीर्ष पैनल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर उकेरी गई है।
- SDSAT एक नैनो-उपग्रह है, जिसका उद्देश्य विकिरण स्तर, अंतरिक्ष मौसम का अध्ययन करना और लंबी दूरी की संचार प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन करना है।
- इसके अलावा यूनिटी सैट (UNITYsat), रेडियो प्रसारण सेवाएं प्रदान करने के लिए तीन उपग्रहों का एक संयोजन है।
- एक उपग्रह सिंधुनेत्र डीआरडीओ का था, जिसका उद्देश्य प्रौद्योगिकी प्रदर्शन करना है।
- यह इसरो के प्रक्षेपण यान की 53वीं उड़ान थी। यह इसरो की वाणिज्यिक शाखा, ‘न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड’ का पहला समर्पित मिशन था।
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