महाराजा सुहेलदेव स्मारक
- 18 Feb 2021
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 16 फरवरी, 2021 को उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से महाराजा सुहेलदेव स्मारक और चित्तौरा झील के विकास कार्यों की आधारशिला रखी।
- सुहेलदेव श्रावस्ती (वर्तमान उत्तर-पूर्वी उत्तर प्रदेश में) के एक प्रसिद्ध राजा थे।
- सुहेलदेव को सन 1033 में बहराइच में चितौरा झील के तट पर हुए एक प्रसिद्ध युद्ध में महमूद गजनी के भतीजे और गजनवी जनरल गाजी सैय्यद सालार मसूद को हराने और मारने के लिए जाना जाता है।
- 17वीं शताब्दी के फारसी-भाषा के ऐतिहासिक वृत्तांत ‘मिरात-ए-मसुदी' (Mirat-i-Masudi) में राजा सुहेलदेव का उल्लेख हुआ था।
- ‘मिरात-ए-मसुदी’ सालार मसूद की जीवनी है, जो मुगल सम्राट जहांगीर (1605-1627) के शासनकाल के दौरान अब्द-उर-रहमान चिश्ती द्वारा लिखी गई थी।
- किंवदंती के अनुसार, सुहलदेव, श्रावस्ती के राजा मोरध्वज के सबसे बड़े पुत्र थे। राजभर समुदाय के सदस्य सुहेलदेव को अपना नायक मानते हैं।
- चितौरा झील के तट पर महाराजा जनक के गुरु महर्षि अष्टावक्र का आश्रम था, जिस कारण इसे ‘अष्टावक्र झील’ भी कहा जाता है।
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